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केन्द्रीय गृह मंत्री ने पुलवामा हमले के मद्देनजर संसद के दोनों सदनों में राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता की

नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को हुए पुलवामा हमले के मद्देनजर संसद के दोनों सदनों में राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ आज नई दिल्ली में हुई बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में गृह मंत्री ने कल की अपनी श्रीनगर यात्रा के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सैन्य बलों का मनोबल ऊंचा है और सैन्यकर्मियों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अपना संकल्प व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सैन्य बलों को आतंकियों और मुजरिमों पर कार्रवाई करने की खुली छूट दी है। सरकार ने प्रारंभ से ही आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रखी है। 14 फरवरी को हुआ कायरतापूर्ण हमला आतंकियों की निराशा को दिखाता है।

      श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के अधिकांश लोग शांतिप्रिय है परन्तु कुछ ऐसे लोग भी है जो सीमापार से संचालित आतंकियों गुटों से सहानुभूति रखते हैं।

      केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सैन्य बलों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए एकजुट है। सरकार अपने देश से आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए कृतसंकल्प है। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बैठक ने विश्व समुदाय को संदेश दिया है कि देशहित के मामलों में कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरा देश एकजुट है।

      श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केन्द्र, शहीदों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने कहा, ‘हम राज्यों से अपील करते हैं कि वे भी परिवारों को अधिकतम संभव सहायता प्रदान करें।’

      सभी राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं ने अपने विचार रखे और सरकार को अपना समर्थन प्रदान किया। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ। प्रस्ताव का मूल पाठ निम्न है-

हम जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए 14 फरवरी, 2019 की कायरतापूर्ण आतंकी घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। इस आतंकी घटना में सीआरपीएफ के 40 बहादुर जवान शहीद हो गए। हम अपने समस्त देशवासियों के साथ दुःख की इस घड़ी में उनके परिवारों के साथ खड़े हैं।

हम आतंकवाद के सभी रूपों तथा सीमा-पार से आतंकवाद को दिए जा रहे समर्थन की भर्त्सना करते हैं।

भारत पिछले तीन दशकों से सीमा-पार आतंकवाद का सामना कर रहा है। हाल के वर्षों में भारत में आतंकवाद को सीमा-पार की ताकतों द्वारा सक्रिय रूप से समर्थन दिया जाता रहा है। भारत ने इन चुनौतियों से निपटने में सुदृढ़ता और लचीलापन दोनों का ही प्रदर्शन किया है। समूचे राष्ट्र ने एक स्वर में इन चुनौतियों से निपटने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया है। आजहम सब मिलकर आतंकवाद का मुकाबला करने और भारत की एकता और अखंडता की रक्षा करने के लिए अपने सुरक्षाबलों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हैं।

      बैठक में कांग्रेस, एआईएडीएमके, एनसीपी, टीडीपी, एसपी, एआईटीसी, एएपी, बीएसपी, बीजेडी, एलजेपी, आरएलएसपी, आईएनएलडी, सीपीआई (एम), सीपीआई, आरजेडी, एसएडी, आईयूएमएल, आरपीआई (ए), जेकेएनसी, एनपीएफ और टीआरएस पार्टियों के सदन के नेताओं ने भाग लिया। केन्द्रीय संसदीय मामलों, ग्रामीण विकास, पंचायती राज और खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी बैठक में उपस्थित थे।

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