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वाइस एडमिरल ए.के.चावला ने एनसीसी कैडेटों का स्वागत किया

नई दिल्ली: नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस 2020 के दौरान शानदार प्रदर्शन करने के लिए एर्नाकुलम ग्रुप के एनसीसी कैडेटों के स्वागत के लिए दक्षिणी नौसेना कमान कोच्चि के मुख्यालय में आज एक समारोह का आयोजन किया गया। वाइस एडमिरल ए.के.चावला पीवीएसएम, एवीएसएम, एनएम, वीएसएम, एडीसी, दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ समारोह के विशिष्ट अतिथि थे। कमांडर इन चीफ को तीनों सेनाओं के एनसीसी कैडेटों ने शानदार गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया। समारोह में एर्नाकुलम त्रिशुर जिले के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के 150 वरिष्ठ और कनिष्ठ एनसीसी कैडेट भी उपस्थित थे।

कैडेट भावना एस.पई, सर्वश्रेष्ठ कैडेट सीनियर विंग (सेना) स्वर्ण पदक, कैडेट अर्पिता रंजित, सर्वश्रेष्ठ कैडेट सीनियर विंग (वायुसेना) वर्ग में चौथा स्थान, कैडेट्स स्नेह, घुड़सवारी प्रतिस्पर्धा में कांस्य पदक, कैडेट काठिया वर्गीस, सांस्कृतिक प्रतिस्पर्धा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, कैडेट तेजश्री प्रवीन, जूनियर विंग वर्ग में सर्वश्रेष्ठ कैडेटों में पांचवां स्थान को फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ने एनसीसी कैडेटों को नकद पुरस्कार, स्मारक चिन्ह और प्रमाण-पत्र प्रदान किए।

एनसीसी कैडेटों को संबोधित करते हुए वाइस एडमिरल ए.के. चावला ने कहा कि एनसीसी ने हमेशा राष्ट्र निर्माण में मुख्य भूमिका निभाई है और इसलिए यह जरूरी है कि प्रशिक्षण तथा अनुशासन को महत्व दिया जाए। उन्होंने एनसीसी कैडेटों से कहा कि वह भरपूर समर्पण और निष्ठा के साथ काम करें। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान, पौधारोपण, तम्बाकू निरोधी / मादक पदार्थ की रोकथाम के लिए अभियान, यातायात, जागरूकता अभियान और बाढ़ राहत गतिविधियों में सराहनीय काम करने के लिए एनसीसी ग्रुप मुख्यालय एर्नाकुलम की सराहना की।

एनसीसी ग्रुप मुख्यालय एर्नाकुलम के कमांडर कोमोडोर आर.आर.अय्यर, वीएमएम हैं। एनसीसी प्रशिक्षण और सामाजिक सेवा गतिविधियों में मुख्यालय का अहम योगदान रहा है। प्रशिक्षण वर्ष 2019-20 के दौरान एर्नाकुलम और त्रिशुर में स्थित ग्रुप मुख्यालयों की विभिन्न एनसीसी इकाईयों को अखिल भारतीय प्रतिस्पर्धाओं के लिए तैयार करने को सघन प्रशिक्षण दिया गया था। एर्नाकुलम ग्रुप मुख्यालय ने 6 वर्षों के अंतराल के बाद आईजीसी – आरडीसी (गणतंत्र दिवस शिविर के लिए अंतर-समूह चैम्पियनशिप) बैनर प्रतिस्पर्धा में भी विजय हासिल की थी।

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