देश-विदेश

‘एक भारत श्रेष्ठ भारत-आजादी का अमृत महोत्सव’ पर वेबिनार का आयोजन किया गया

सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के तहत क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो (आरओबी) और पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), चंडीगढ़ द्वारा आज ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत – आजादी का अमृत महोत्सव’ पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया।

चित्र: डॉ. दिनेश चहल, समन्वयक एनएसएस, हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए

एक दिलचस्प बातचीत में, हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में एनएसएस के समन्वयक और एक अतिथि वक्ता डॉ. दिनेश चहल ने हरियाणा के स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका पर चर्चा की और प्रतिभागियों से उन मूल्यों पर कार्य करने का आग्रह किया जिन्होंने हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को अत्यधिक बलिदान करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “हमें राष्ट्र की समृद्धि और एकता सुनिश्चित करने के लिए जाति, धर्म, रंग, क्षेत्र और भाषा के विभाजन से ऊपर उठना होगा और इस लक्ष्य को हासिल करने में युवाओं की अहम भूमिका होगी।”

जीएचएमसी, हैदराबाद के विभिन्न भाषाओं में विशेषज्ञ और एक अन्य वक्ता, डॉ. एम. लक्ष्मणचार्युलु ने प्रतिभागियों से भारतीय भाषाओं में विविधता का पता लगाने और अंग्रेजी के साथ कम से कम एक भारतीय भाषा सीखने का अनुरोध किया। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव सहित तेलंगाना के विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने प्रतिभागियों को भारतीय संघ में हैदराबाद की पूर्व रियासत के एकीकरण में सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में भी जानकारी दी।

चित्र: जीएचएमसी, हैदराबाद में विभिन्न भाषाओं के विशेषज्ञ, डॉ. एम. लक्ष्मणचार्युलु, प्रतिभागियों के साथ भारतीय भाषाओं को सीखने के महत्व पर चर्चा करते हुए

आरओबी चंडीगढ़ के सहायक निदेशक श्री बलजीत सिंह ने सत्र का संचालन किया और पत्र सूचना कार्यालय-पीआईबी, चंडीगढ़ के सहायक निदेशक, श्री हर्षित नारंग ने विषयों का परिचय देते हुए स्वागत भाषण दिया। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव भारत सरकार की एक पहल है जो प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष पर आयोजित होने वाले उत्सव को मनाने और इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को याद करने लिए है। इसके अलावा, उन्होंने कहा, “यह महोत्सव भारत के लोगों को समर्पित है, जिन्होंने न केवल भारत को अपनी विकासवादी यात्रा में शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि उनके भीतर प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत 2.0 की भावना से प्रेरित और सक्रिय करने के दृष्टिकोण को सक्षम करने की शक्ति और क्षमता भी है।”

एफओबी नारनौल के प्रभारी श्री राजेश अरोड़ा ने वक्ताओं और उपस्थित प्रतिभागियों को धन्यवाद प्रस्ताव के साथ वेबिनार का समापन किया। वेबिनार के दौरान बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय एकता और स्वतंत्रता संग्राम पर अपने विचार साझा किए।

Related Articles

Back to top button