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परिवहन विभाग एवं परिवहन निगम की समीक्षा बैठक करते हुएः मंत्री यशपाल आर्य

देहरादून: प्रदेश के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने विधान सभा सभाकक्ष में परिवहन विभाग एवं परिवहन निगम की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।

बैठक में परिवहन मंत्री द्वारा विभागीय उच्चाधिकारियों और अधीनस्थ अधिकारियों के साथ हल्द्वानी आई.एस.बी.टी निर्माण, नयी बसों का क्रय, इलैक्ट्रानिक वाहनों का क्रय, काशीपुर व रूद्रपुर में बस अड्डों के पुनस्र्थापना, परिवहन निगम की निःशुल्क बसों में डी.बी.टी.(प्रत्यक्ष हस्तान्तरण लाभ) योजना से कनेक्ट किये जाने इत्यादि बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।

श्री आर्य ने हल्द्वानी आई.एस.बी.टी निर्माण के सम्बन्ध में भूमि के चिन्हिकरण करने और इस सम्बन्ध में विभिन्न जनपदीय अधिकारियों और सम्बन्धित विभागों से जमीन की उपलब्धता के सम्बन्ध में तेजी से कार्यवाही करने के निर्देश दिये। सचिव परिवहन शैलेष बगोली ने अधीनस्थ अधिकारियों को एक सप्ताह में आई.एस.बी.टी के लिए जमीन चिन्हिकरण की कार्यवाही के निर्देश दिये।

उन्होंने परिवहन निगम की नई बसों के क्रय करने के सम्बन्ध में कहा कि इसमें ‘‘बस बाॅडी कोड’’ फाॅलों करते हुए इसकी टेण्डरिंग प्रक्रिया शीघ्रता से करने के साथ ही पाँच इलेक्ट्राॅनिक बसों के एम.ओ.यू. भी शीघ्रता से करें।

काशीपुर बस टर्मिनल जहाँ पर फ्लाइओवर निर्माण के चलते आ रही दिक्कत के सम्बन्ध में मंत्री ने परिवहन निगम, परिवहन विभाग और स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिये हैं कि वर्तमान टर्मिनल का सभी संयुक्त स्थलीय निरीक्षण करेंगे और निरीक्षण में तय करेंगे कि क्या वर्तमान डिप्पो का संचालन उसी जगह पर हो सकता है कि नहीं। यदि फ्लाईओवर के चलते संचालन करने में दिक्कतें आ रही हैं तो इसको अन्य जगह शिफ्ट करने के लिए जमीन का सर्वे करें और यह संयुक्त रिपोर्ट शासन को प्रेषित करें।

बैठक में परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा करने वाले मुसाफिरों को डी.बी.टी.(प्रत्यक्ष हस्तान्तरण लाभ) योजना में जोड़े जाने के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए मंत्री ने इस पर अधिकारियों को शीघ्रता से अमल मे लाने के निर्देश दिये।

बैठक के उपरान्त परिवहन मंत्री, सचिव परिवहन शैलेष बगोली, अपर सचिव हरिशचन्द सेमवाल तथा सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा चार नये इण्टरसेप्टर वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। इस दौरान मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड पहाड़ी क्षेत्र होने के चलते ओवर स्पीडिंग से वाहन दुर्घटनाएँ अधिक होती हैं, जिसमें बहुत से लोग अपनी जान गँवा रहे हैं। इन दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने और ओवर स्पीडिंग की रोकथाम हेतु इंण्टर सेप्टर वाहन बड़ी भूमिका निभायेगी। ये वाहन सभी आधुनिक तकनीक से लैस है जो सड़क पर चल रहे वाहन की गति पर निगरानी रखेंगे साथ ही वाहन की वीडियो रिकाॅर्डिंग करते हुए उस पर त्वरित कार्यवाही करने के अवसर भी प्रदान करेगी।

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