इस बार आपदा में 180 करोड़ की सड़कें और पुल बर्बाद
देहरादून : इस बार प्रदेश में 1830 सड़कें आपदा की भेंट चढ़ गईं। साथ ही, 37 पुलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। विभाग ने क्षतिग्रस्त सड़कों को पूर्व की स्थिति में लाने के लिए 180 करोड़ का आकलन करते हुए इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी है।
प्रदेश में इस बार बारिश ने लोक निर्माण विभाग, एडीबी, नेशनल हाईवे और पीएमजीएसवाई की सड़कों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। हालांकि, पिछले साल 505 करोड़ का नुकसान बारिश के से हुआ था। जो इस बार 325 करोड़ कम हुआ है। इस बार बारिश से सबसे ज्यादा पौड़ी जिले में 270 सड़कों, टिहरी में 253 और देहरादून व पिथौरागढ़ में 111 सड़कों को नुकसान हुआ है। आपदा से पिथौरागढ़ में 12, दून व बागेश्वर में सात-सात पुलों को नुकसान हुआ है। इसके अलावा बारिश से विभाग ने क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों को काम चलाऊ हाल में लाने के लिए करीब 80 करोड़ रुपये खर्च किया हैं। हालांकि, यह धनराशि भी विभाग ने शासन से मिलने वाले बजट की प्रत्याशा में खर्च की गई है। मगर, शेष रकम के इंतजार में विभाग शासन पर टकटकी लगाए हुआ है।
अभी तक सिर्फ 25 करोड़ मिले
आपदा मद में विभाग को इस साल महज 25 करोड़ रुपये मिले हैं। इस रकम के सापेक्ष विभाग को रिपोर्ट देनी है। इसके बाद ही अगला बजट मिलने की उम्मीद है। विभाग ने पैचवर्क, काम चलाऊ स्थिति में सड़क, पुल और अन्य काम पर यह रकम खर्च की है।
कम नुकसान ज्यादा बजट
बारिश से ऊधमसिंह नगर में सिर्फ तीन सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। मगर, इनका नुकसान विभाग ने चार करोड़ 19 लाख आंका है। इसी तरह हरिद्वार में 26 सड़कों का 16 करोड़ 63 लाख नुकसान और बागेश्वर में 33 सड़कों का चार करोड़ 46 लाख का आकलन किया है। इसके उलट पौड़ी में 270 सड़कों का नुकसान 13 करोड़ और टिहरी में 253 सड़कों का 16 करोड़ का नुकसान हुआ है।
कहां कितने सड़कें हुई बंद
जनपद सड़क रकम
उत्तरकाशी 83 876 लाख
टिहरी 253 1658 लाख
देहरादून 111 779 लाख
हरिद्वार 26 1663 लाख
चमोली 71 493 लाख
रुद्रप्रयाग 57 458 लाख
पौड़ी 270 1307 लाख
पिथौरागढ़ 112 964 लाख
चंपावत 65 672 लाख
अल्मोड़ा 96 746 लाख
बागेश्वर 33 446 लाख
नैनीताल 85 560 लाख
ऊधमसिंहनगर 03 419 लाख
किसकी कितने सड़कें
लोनिवि———————–1265
एडीबी—————————52
एडीबी आपदा——————-02
नेशनल हाईवे——————-16
विश्व बैंक———————–45
पीएमजीएसवाई—————-450
लोकनिर्माण विभाग के एचओडी एचके उप्रेती ने बताया कि पिछले साल की अपेक्षा इस बार कम नुकसान हुआ है। अभी तक 180 करोड़ का आकलन कर रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। बजट मिलने के बाद क्षतिग्रस्त पुल, सड़क और अन्य निर्माण कार्य पूर्व की स्थिति में लाने की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।