राजनीति

कोविड-19 वैक्सीन की बूस्टर डोज को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलेंगे कर्नाटक के मुख्यमंत्री

कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर से पूरी दुनिया में बढ़ रहा है। भारत में वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के बाद देश में हालात जहां धीरे-धीरे सामान्य होते नजर आ रहे थे, वहीं देश के कुछ राज्य में एक बार फिर कोरोना वायरस अपना पैर पसार रहा है, जबकि दक्षिणी अफ्रीका में पाए गए कोविड-19 के नए घातक वेरिएंट ओमिक्रोन से पूरी दुनिया चिंतित है। नए वेरिएंट से बचने के लिए देश-विदेश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है। इसी बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई कोविड-19 की ताजा चिंताओं के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात करने जा रहे हैं। सीएम बोम्मई ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार का इरादा स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को वैक्सीन की बूस्टर डोज देने का है और वह इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा करेंगे।

क्या कहा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, ‘मैं 2 दिसंबर को दिल्ली जा रहा हूं, जिस दौरान मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलूंगा, मैं उनके साथ स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को बूस्टर खुराक के प्रशासन के बारे में चर्चा करूंगा, जिन्होंने पहले और बाद में वैक्सीन की दूसरी खुराक लगभग छह-सात महीने पहले से ली थी।’ उन्होंने आगे कहा कि क्रिसमस और नए साल के जश्न पर किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध लगाने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है और लॉकडाउन लगाने की भी कोई खास आवश्यकता नहीं है। सीएम बोम्मई ने बताया कि सामाजिक और आर्थिक गतिविधियां अब धीरे-धीरे बढ़ रही हैं, इसलिए कोई कठोर प्रतिबंध लगाने की जरूरत नहीं है।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए, उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से बूस्टर डोज देने पर वैज्ञानिक विकास और इस संबंध में केंद्र की राय या सिफारिश के बारे में जानेंगे।

उन्होंने कहा, ‘हमने पहले ही स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के लिए बूस्टर या तीसरी खुराक के COVID टास्क फोर्स प्रशासन के विशेषज्ञों के साथ चर्चा की है, और राय यह है कि- इसे विशेष रूप से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशासित किया जाना चाहिए, इसलिए मैं इस पर उनसे चर्चा करूंगा’

राज्य में कोविड-19 के मामले बढ़ने और नए घातक वेरिएंट ओमिक्रोन के बड़े पैमाने पर होने वाले खतरों के बाद, कोरोना वायरस को लेकर चिंताए बढ़ गई हैं। टीकाकरण को अनिवार्य बनाने या इसके साथ किसी भी सरकारी सुविधा या योजना को जोड़ने से इनकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इसे अनिवार्य बनाने के बजाय, हम टीकाकरण के संबंध में अभियान को तेज करेंगे।’

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