उत्तर प्रदेश

गिरा पारा, कड़ाके की ठंड व गलन से जन मानस बेहाल

पश्चिमी विक्षोभ के चलते तापमान में गिरावट आई है। इसका असर सोमवार को भी देखने मिला। दिन में धूप खिली तो थोड़ी राहत मिली, लेकिन शाम ढलते ही गलन और ठंड बढ़ गई। इससे लोग अलाव तापते नजर आए। वहीं घरों में लोग कंबल और रजाई में दुबके रहे। भोर में कोहरा का प्रकोप भी देखने को मिला। औसत अधिकतम तापमान 21 डिग्री और न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले एक-दो दिनों तक शीतलहर व ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है।

दिसंबर के दूसरे पखवारे में तापमान में तेजी से गिरावट आई है। पश्चिम दिशा की ओर से चलने वाली बर्फीली हवा ने हाड़ कंपा दिया। रविवार को दिन में भी गलन से लोग परेशान रहे। रात में भी तापमान काफी गिर गया। सोमवार की सुबह धूप खिलने के बाद धीरे-धीरे पारा ऊपर चढ़ा। हालांकि शाम के वक्त तापमान में दोबारा गिरावट आ गई। इससे गलन व ठंड से लोग बेहाल दिखे। कड़ाके की ठंड से शीघ्र राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। दो-तीन दिनों तक गलन और कड़ाके की ठंड का दौर जारी रहेगा। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। ठंड का असर जनजीवन के साथ ही फसलों पर भी पड़ेगा। आलू की फसल में पाला लगने की आशंका है। ऐसे में किसान एहतियात बरतें। मौसम विशेषज्ञ अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से शीतलहर और ठंड का प्रकोप बढ़ा है। यह अगले दो-तीन दिनों तक जारी रहेगा। न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। वहीं कई जगहों पर भोर में कोहरा भी पड़ेगा। पशुओं की सही ढंग से करें देखभाल मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाक्टर एसपी पांडेय ने बताया कि गलन और ठंड से पशु बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए पशुपालक ठंड से बचाव का पूरा इंतजाम करें। पशुओं को रात में काउ कोट पहनाएं। वहीं पशुशाला में ठंड से बचाव का इंतजाम करें। पशुओं की सेहत खराब होने पर घरेलू उपचार की बजाए पशु चिकित्सक से संपर्क करें।

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