चमोली की पुरसाड़ी जेल में कैदी ने की आत्महत्या
गोपेश्वर : चमोली जेल में बंद हत्या के आरोपी कैदी ने फांसी लगाकर जान दे दी। इससे जेल में हड़कंप मच गया। कैदी को 108 एंबुलेंस से गोपेश्वर स्थित जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना शाम करीब साढ़े छह बजे की है। प्रभारी जेलर प्रमोद पांडे ने बताया कि थराली का रहने वाला राजूराम फरवरी से पत्नी की हत्या में बंद था। उन्होंने बताया कि शनिवार को वह बिना खाना खाए ही दूसरे कैदियों से पहले बैरक की ओर लौट गया। कुछ देर बाद एक कैदी बाथरूम गया तो भीतर का दृश्य देख दंग रह गया।
रोशनदान के सरिये से राजू झूल रहा था। शोर मचाने पर अन्य कैदी भी वहां आए और जेल स्टाफ को सूचित किया। राजू ने जूतों की लेस जोड़कर रस्सी बनाई थी। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में भी एक हत्यारोपी ने इस जेल में खुदकशी कर ली थी। आत्म हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
चमोली के जिला कारागार की सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं। यहां न मैटल डिटेक्टर और न ही सीसीटीवी कैमरे। कारागार में जेल अधीक्षक, डिप्टी जेलर, प्रधान बंदीरक्षक समेत कई पद रिक्त हैं। जेल में महज नौ सुरक्षाकर्मी हैं, जबकि 30 की तैनाती होनी चाहिए थी।
वर्तमान में यहां उधमसिंहनगर के कुख्याल आजीवन सजायाफ्ता अरविंद शर्मा, रुड़की का प्रवीण बाल्मीकि व सुशील चौधरी उर्फ सुशील गुर्जर सहित 90 से ज्यादा बंदी मौजूद हैं।