उत्तर प्रदेश

जब एक गाय के कारण सीहोर में ढाई महीने रुके रहे वाजपेयी

सीहोर: मध्यप्रदेश का सीहोर देश का संभवत: वह एकमात्र शहर है, जहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को एक गाय के कारण अपने बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के चलते करीब ढाई महीने तक रुकना पड़ गया। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ स्थानीय नेता सुदर्शन महाजन ने वाजपेयी से जुड़े अपने संस्मरणों को याद करते हुए बताया कि वर्ष 1958-59 के विधानसभा उपचुनाव के दौरान भारतीय जनसंघ के प्रत्याशी के रूप में वरिष्ठ एडवोकेट दीवानचंद महाजन और कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अमरचंद रोहिला मैदान में थे।

उपचुनाव के कारण जनसंघ के स्टार प्रचारक के तौर पर वाजपेयी प्रचार के लिए सीहोर आए हुए थे। उन्होंने बताया कि इसी दौरान वाजपेयी को जिले के अमलाहा में सभा करने जाना था। उन्हें सीहोर से एक मिनी ट्रक में ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में अमलाहा के पास मिनी ट्रक एक गाय से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के कारण वाहन में आगे बैठे वाजपेयी के पैर में फ्रेक्चर हो गया, उन्हें फौरन वापस जिला मुख्यालय लाया गया। फ्रेक्चर होने के कारण उन्हें करीब ढाई महीने तक सीहोर में ही रहना पड़ा।

महाजन के मुताबिक इस पूरी अवधि के दौरान वाजपेयी जिला मुख्यालय स्थित सेठ गोवर्धन दास अग्रवाल के एक गोदाम में रुके। इसी गोदाम में रहते हुए वे सभी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते थे। उन्होंने वाजपेयी से जुड़ी अन्य स्मृतियां ताजा करते हुए बताया कि एक बार वाजपेयी जिले के जावर भी गए, जहां उन्हें हाथी पर बैठा कर घुमाया गया था। तब उन्होंने कहा कि सीहोर बहुत अजीब शहर है, यहां कभी हाथी पर और कभी ट्रक में घुमाते हैं। उपचुनाव में जनसंघ के प्रत्याशी दीवानचंद महाजन दस हजार वोटों से जीते, जिसका सारा श्रेय वाजपेयी को ही दिया गया। चोटिल हालत में भी वाजपेयी की सभा को सुनने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो जाया करती थी।

Related Articles

Back to top button