देश-विदेश

जयशंकर ने सिंगापुर के मंत्रियों से साझेदारी मजबूत करने पर की चर्चा, पीएम ली सीन लूंग से कल होगी मुलाकात

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्रियों से मुलाकात के दौरान दोनों देशों की साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा की। तीन दिवसीय दौरे पर बुधवार को सिंगापुर पहुंचे जयशंकर ने वरिष्ठ मंत्री थरमन षणमुगरत्नम से मुलाकात की। इसके बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्री और सामाजिक नीतियों के समन्वय मंत्री थरमन षणमुगरत्नम से मिलकर खुशी हुई। उनके साथ अंतरराष्ट्रीय आर्थिक स्थिति पर अच्छी चर्चा हुई।’ थरमन ने भी फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘वैश्विक व क्षेत्रीय आर्थिक प्राथमिकताओं तथा आपसी सहयोग पर चर्चा हुई।’

बाद में जयशंकर ने रक्षा मंत्री एनजी इंग हेन से भी मुलाकात की। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘रक्षा मंत्री एनजी इंग हेन के साथ रणनीतिक मामलों पर सार्थक चर्चा हुई।’ उन्होंने गृह और कानून मंत्री काशीविश्वनाथन षणमुगम से मुलाकात के बाद ट्वीट किया, ‘गृह व कानून मंत्री काशीविश्वनाथन षणमुगम से मिलकर अच्छा लगा। हमारी साझेदारी को मजबूत करने पर उनके विचारों की सराहना करता हूं।’

भारतीय उच्चायोग ने बताया कि जयशंकर सिंगापुर के विदेश मंत्री डा. विवियन बालकृष्णन से भी मुलाकात करेंगे। वह शुक्रवार को सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग से भी मिलेंगे। जयशंकर ब्लूमबर्ग न्यू इकोनामिक फोरम में ‘ग्रेटर पावर कांपिटिशन : द इमर्जिंग व‌र्ल्ड आर्डर’ पर होने वाली एक परिचर्चा को भी संबोधित करेंगे।

सेना प्रमुख नरवणे ने यरुशलम में भारतीय सैनिकों के युद्ध स्मारक का किया दौरा

वहीं, दूसरी ओर सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने गुरुवार को यरुशलम में भारतीय सैनिकों के युद्ध स्मारक का दौरा किया। प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को उन्होंने श्रद्धांजलि दी और पुष्प अर्पित किए। पांच दिवसीय इजरायल दौरे पर गए नरवणे ने बुधवार को तटीय शहर हाइफा का भी दौरा किया था, जहां प्रथम विश्व युद्ध के दौरान शहीद हुए भारतीय सैनिकों की समाधियां हैं। यहां भारतीय सैनिकों ने तुर्को के खिलाफ युद्ध लड़ा था। इन्हीं सैनिकों की स्मृति में यरुशलम में युद्ध स्मारक बना हुआ है। नरवणे इजरायल के सेना मुख्यालय भी गए थे, जहां उन्हें इजरायली सेना के गठन व कार्य की जानकारी दी गई थी।

बता दें कि नरवणे रविवार को इजरायल पहुंचे थे। सोमवार को उन्हें यहां गार्ड आफ आनर दिया गया था। यात्रा का उद्देश्य इजरायल के साथ रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना है।

Related Articles

Back to top button