उत्तराखंड समाचार

डीएवी और डीबीएस पीजी कॉलेज में बढ़ी एबीवीपी की चुनौती

देहरादून : एमकेपी कॉलेज में क्लीप स्विप से जहां एनएसयूआइ उत्साहित है, वहीं भाजपा के सत्ता में होने के बावजूद पहले ही छात्रसंघ चुनाव में मिली करारी हार के बाद एबीवीपी की चुनौती बढ़ गई है। एनएसयूआइ अब बिखरे कुनबे को जोड़ डीएवी, एसजीआरआर व डीबीएस कॉलेज के चुनाव में विरोधियों को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में है। तो एबीवीपी पूरे दमखम से अन्य कॉलेजों में चुनाव लडऩे की तैयारी का दावा कर रही है।

प्रदेश में भाजपा सरकार होने के बावजूद एमकेपी में एबीवीपी का लचर प्रदर्शन के बाद संगठन के नेता व कार्यकर्ता खुद असहज महसूस कर रहे हैं। जबकि पूर्व में कांग्रेस सरकार के दौरान भी एबीवीपी ने एमकेपी छात्रसंघ समेत डीएवी में पैठ बनाने में कामयाबी हासिल की थी। वहीं, एमकेपी फतह के बाद एनएसयूआइ पहले एसजीआरआर और फिर डीबीएस कॉलेज पर फोकस करने में जुट गई है।

कुछ रूठे बड़े छात्र नेताओं को मनाने की तैयारी भी चल रही है, लेकिल एनएसयूआइ छोड़ निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पार्टी के पुराने छात्र नेताओं के साथ आने में अब भी संशय बरकरार है। एनएसयूआइ के जिला अध्यक्ष अजय त्यागी रॉबिन ने कहा कि एमकेपी में ऐतिहासिक जीत के बाद संगठन में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। जिसे अन्य कॉलेज चुनावों तक बरकरार रखा जाएगा।

उधर, डीएवी छात्रसंघ अध्यक्ष राहुल कुमार ने कहा कि एबीवीपी तीनों कॉलेजों में परचम लहराने के लिए तैयारी में जुटी है। एमकेपी चुनाव परिणाम कार्यकर्ताओं के लिए एक सबक है। चारों कॉलेजों के अपने अलग-अलग मुद्दे व समस्याएं हैं, जिसकी तुलना नहीं की जा सकती।

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