राजनीति

दून में 19 से अमित शाह का 38 घंटे का प्रवास, कई कार्यक्रम

देहरादून : प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बनने के बाद पहली बार 19 सितंबर को उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम फाइनल हो गया है। वह दून में साढ़े 38 घंटे बिताएंगे और इस दरम्यान 21 से अधिक कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। इसे देखते हुए पार्टी संगठन जोर-शोर से तैयारियों में जुटा हुआ है।

भाजपा के प्रांतीय नेतृत्व की ओर से शाह के दौरे के कार्यक्रमों की रूपरेखा दिल्ली मुख्यालय को भेजी गई थी। प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कार्यक्रम जारी करते हुए कहा कि इसे स्वीकृति मिल गई है।

उन्होंने बताया कि दोनों दिन के कार्यक्रमों के लिए दिवस अधिकारी तय कर दिए गए हैं। 19 सितंबर के दिवस अधिकारी पार्टी के प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल होंगे, जबकि 20 सितंबर को यह जिम्मेदारी महामंत्री गजराज बिष्ट के पास रहेगी। इसके अलावा सभी कार्यक्रमों के लिए भी पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंप दी गई है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस दौरे को लेकर न सिर्फ भाजपा बल्कि जनता में भी भारी उत्साह है। उनके इस दौरे प्रदेश में पार्टी को नई ऊर्जा मिलेगी।

मंडल इकाइयों को बांटेंगे रेडियो

प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ से देशभर में अनेक लोगों के जीवन की धारा बदली है। इसे देखते हुए भाजपा ने प्रदेश में अधिक से अधिक लोगों को इससे जोडऩे का निश्चय किया है। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के मुताबिक इस कड़ी में पार्टी की सभी 228 मंडल और 23 जिला इकाइयों के अध्यक्षों को रेडियो उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।

20 सितंबर को होने वाले सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष इसका शुभारंभ करेंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम की लगातार मॉनीटङ्क्षरग होगी और मंडल और जिला इकाइयां इसकी रिपोर्ट करेंगी कि उन्होंने किस गांव में लोगों को पीएम के मन की बात सुनाई।

पार्टी मुख्यालय में चार दिन नहीं बैठेंगे मंत्री

राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे के मद्देनजर तैयारियों में व्यस्त होने के कारण भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में 17 से 20 सितंबर तक मंत्रियों के जनसमस्याएं सुनने के लिए बैठने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। पार्टी अध्यक्ष भट्ट के मुताबिक 21 सितंबर से मंत्री पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पार्टी कार्यालय में बैठेंगे।

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