उत्तराखंड समाचार

देहरादून से चलने वाली इन ट्रेनों में अब आसानी से मिलेगी कन्फर्म बर्थ, रेलवे बढ़ाने जा रहा हैै कोच

 केंद्र सरकार की इन दिनों वाराणसी के बाद देहरादून पर विशेष नजर है। देहरादून में बेहतर सुविधा करने के लिए कई योजनाओं को पर काम किया जा रहा है। वर्तमान में देहरादून से चलने वाली ट्रेनों में अधिकतम 15 कोच होतेे है। कोच कम होने से कम यात्री सफर कर पाते हैं। इसके कारण ट्रेनों में बर्थ पाने के लिए यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। देहरादून से चलने वाली ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को अब आसानी से कन्फर्म बर्थ मिल जाएगी। वेटिंग का झंझट नहीं रहेगा। मंडल रेल प्रशासन ने ट्रेनों में स्थायी रूप से कोच बढ़ाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। नैनी शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में चार कोच बढ़ाया जाना प्रस्तावित है।

रेल प्रशासन ने पिछले साल देहरादून स्टेशन के प्लेटफार्म, यार्ड, बीच स्टेशनों का लूप लाइन का विस्तार किया है। जिससे हरिद्वार से देहरादून तक 18 कोच की ट्रेनों को चलाया जा सकता है। एक साल बीत जाने के बाद भी देहरादून से चलने वाली ट्रेनों में कोच नहीं बढ़ाए गए है। कोच बढ़ाने के लिए कुछ ट्रेनों को देहरादून के बजाय योगनगरी ऋषिकेश से चलाना शुरू कर दिया है। रेल मंत्रालय ने देहरादून स्टेशन से चलने वाली ट्रेनों में कोच बढ़ाने को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। जिससे यहां से चलने वाली सभी ट्रेनों को 18 कोच करने का आदेश हुआ है। इसके बाद मुरादाबाद रेल मंडल प्रशासन ने नौ ट्रेनों में कोच बढाने का प्रस्ताव तैयार किया है।

जिसमें देहरादून-काठगोदाम के बीच चलने वाली नैनी जनशताब्दी में 12 से बढ़ाकर 16 कोच, नई दिल्ली-देहहरादून जनशताब्दी में 15 से बढ़ाकर 17 कोच, देहरादून-कोटा के बीच चलने वाली नंदा देवी एक्सप्रेस 15 से बढ़ाकर 18 कोच, देहरादून-इंदौर उज्जैनी एक्सप्रेस में 15 से बढ़ाकर 18 कोच, देहरादून-हावड़ा के बीच चलने वाली उपासना एक्सप्रेस व कुंभ एक्सप्रेस में 15 कोच से बढ़ाकर 18 कोच, देहरादून-गोरखपुर एक्सप्रेस में 15 से बढ़ाकर 17 कोच व देहरादून-मुजफ्फरपुर राप्ति गंगा एक्सप्रेस में 15 कोच से बढ़ाकर 17 कोच किया जाना है। बोर्ड से स्वीकृति व कोच मिलते ही इन ट्रेनों में कोच की संख्या बढ़ जाएगी। सहायक वाणिज्य प्रबंधक पीएस बघेल ने बताया कि देहरादून से चलने वाली कई ट्रेनों में कोच बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है। स्वीकृति मिलते ही कोच की संख्या बढ़ जाएगी।

Related Articles

Back to top button