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प्रगति मैदान परिसर का पुनर्विकास विश्‍वस्‍तरीय अत्‍याधुनिक प्रदर्शनी-सह-सम्‍मेलन केन्‍द्र के रूप में किया जायेगा

अब तक राष्‍ट्रीय एवं अंतर्राष्‍ट्रीय प्रदशर्नियों के साथ-साथ विभिन्‍न तरह के अन्‍य आयोजनों के लिए इस्‍तेमाल किये जाने वाले वर्तमान प्रगति मैदान परिसर का स्‍वरूप पूरी तरह से बदलने वाला है। दरअसल, प्रगति मैदान परिसर का पुनर्विकास विश्‍वस्‍तरीय अत्‍याधुनिक प्रदर्शनी-सह-सम्‍मेलन केन्‍द्र (आईईसीसी) के रूप में किया जायेगा। आज नई दिल्‍ली में भारत व्‍यापार संवर्धन संगठन (इटपो) के सीएमडी श्री एल. सी. गोयल और एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड के सीएमडी डॉ. अनूप कुमार मित्तल द्वारा आयोजित संयुक्‍त संवाददाता सम्‍मेलन में यह उत्‍कृष्‍ट परियोजना शुरू करने की घोषणा की गई, जिसका क्रियान्‍वयन एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड द्वारा लगभग 2500 करोड़ रुपये की लागत से किया जायेगा। श्री गोयल और डॉ. मित्तल ने इस अवसर पर आईईसीसी की रूपरेखा पेश की। इसके साथ ही उन्‍होंने प्रगति मैदान के आसपास भीड़-भाड़ कम करने के लिए व्‍यापक समाधान की रूपरेखा भी पेश की। उन्‍होंने यह भी कहा कि जब प्रगति मैदान परिसर का पुनर्विकास हो जायेगा तो ‘आईईसीसी’ दिल्‍ली में एक उल्‍लेखनीय स्‍थल के रूप में उभर कर सामने आयेगा और वह माननीय प्रधानमंत्री के ‘नया भारत’ विजन का प्रतीक होगा।

मेसर्स आरकॉप एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड और सिंगापुर की ऐडास पीटीई लिमिटेड के सहयोग से एनबीसीसी द्वारा परिकल्पित आईईसीसी का विकास नवीनतम वास्‍तुकला डिजाइन के साथ किया जायेगा और वहां 4800 वाहनों की बेसमेंट पार्किंग सुविधा होगी। इसके साथ ही वहां भीड़-भाड़ कम करने की व्‍यापक व्‍यवस्था भी होगी। कन्वेंशन सेंटर 32.4 मीटर लंबा होगा जिसकी तुलना विश्‍व की अन्‍य भव्‍य इमारतों से की जायेगी। इस केन्‍द्र में विभिन्‍न आकार के 30 बैठक कक्ष होंगे।

इस एकीकृत केन्‍द्र के प्रदर्शनी वाले हिस्‍से में 7 नये अत्‍याधुनिक प्रदर्शनी हॉल होंगे। इसके अलावा, वहां प्रदर्शनी के लिए खुला क्षेत्र (15 एकड़) भी होगा। इस परिसर में कवर्ड पैदल मार्ग एवं स्काईवॉक की भी सुविधा होगी जो प्रगति मैदान मेट्रो स्‍टेशन से जुड़ा होगा।

श्री गोयल और डॉ. मित्तल ने यह भी जानकारी दी कि सीसीईए ने 2254 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ 24 जनवरी, 2017 को आईईसीसी को मंजूरी दी थी, जिसमें यातायात संबंधी बदलाव के इंतजाम पर आने वाली लागत शामिल नहीं है।

इसके साथ ही दोनों हितधारकों ने यह जानकारी दी कि इस प्रदर्शनी-सह-सम्‍मेलन केन्‍द्र का निर्माण कार्य जुलाई, 2017 तक शुरू होगा। उन्‍होंने बताया कि सम्‍मेलन केन्‍द्र का निर्माण कार्य नवंबर-दिसंबर 2018 तक और समूची परियोजना का निर्माण कार्य जुलाई-अगस्‍त 2019 तक पूरा होगा।

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