उत्तराखंड समाचार

प्रदेश के सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 धन सिंह रावत ने

प्रदेश के सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 धन सिंह रावत ने जानकारी दी कि विश्व सहकारिता दिवस 1 जुलाई, 2017 से एक सप्ताह के लिए प्रदेश की समस्त सहकारी कृषि ऋण समितियों एवं सहकारी बैंकों में सहकारिता सम्मेलन/गोष्ठी/साधारण सभा का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस बार संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा चयनित शीर्षक ‘‘सबका साथ’’ विषय पर क्षेत्रीय सुविधानुसार सहकारिता सम्मेलन/गोष्ठी/साधारण सभा में चर्चा की जायेगी। इस  अवधि में सहकारिता विभाग के अधिकारियों को कम से कम 3 समितियों में प्रतिभाग करने के निर्देश दिये गये हैं। डाॅ0 रावत ने बताया कि सहकारिता विभाग के सुपरवाइजर से लेकर उपनिबन्धक तक के स्तर के अधिकारियों को 2 से 3 समितियों में प्रतिभाग करना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि उक्त अवधि में सहकारिता विभाग के अधिकारी सहकारिता में संचालित कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ नये सहकारिता सदस्यों को भी पंजीकृत करायेंगे। उन्होंने कहा कि समिति स्तर से लेकर जिला मुख्यालय स्तर तक अवस्थित समितियों में सहकारिता कर्मी सहकारी सदस्यता के लिए जारी टोल फ्री नम्बर की जानकारी भी उपलब्ध करायेंगे तथा सदस्य के लिए टोल फ्री नम्बर-9759500500 है।  उन्होंने बताया कि टोल फ्री नम्बर डायल करने पर साधन सहकारी समिति में तैनात सचिव दूरभाष पर विवरण मांगेगा, जिसका डाटा बैंक तैयार किया जायेगा। इसी आधार पर सचिव सम्बन्धित गाँव में जाकर सहकारी सदस्य का विवरण संकलित करेंगे साथ ही सहकारिता सचिव जनता को सरकार की योजनाओं की जानकारी भी देंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सहकारिता विभाग में 5 उपनिबन्धक, 15 सहायक निबन्धक, 75 अपर जिला सहकारी अधिकारी, 119 सहायक निरीक्षक, 47 सुपरवाइजर नियुक्त हैं, जो 2 से 3 समितियों में जाकर गोष्ठी कर नई सदस्यता बनाने के साथ-साथ सहकारिता योजनाओं की जानकारी देंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अवस्थित 759 प्राथमिक कृषि ऋण समिति तथा 282 बैंक शाखाओं में सुविधानुसार सहकारी सम्मेलन/गोष्ठी विश्व सहकारिता दिवस पर आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने आशा प्रकट की कि इन 1041 गोष्ठीयों के माध्यम से लगभग 5 लाख 20 हजार से अधिक सहकारी सदस्यों की भागीदारी सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि इन सहकारी सम्मेलन/गोष्ठी में सुविधानुसार सांसद, विधायक, ब्लाॅक प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष सम्बन्धित उपजिलाधिकारी मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करने हेतु अनुरोध किया जायेगा।

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