राजनीति

बाढ़ सुरक्षा के हालात देख चढ़ा विधान सभा अध्यक्ष का पारा

सरकारी मातहत किस तरह निर्देशों की अवहेलना करते हैं इसकी बानगी जब विधान सभा अध्यक्ष के सामने आई तो उन्होंने अधिकारियों की जमकर क्लास ली। दरअसल बीते 20 मई को विधान सभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया, इस दौरान उन्होने अधिकारियों प्राक्कलन बनाकर तत्काल शासन को उपलब्ध कराने को कहा ताकि समय पर बाढ़ सुरक्षा के वैकल्पिक उपाय किए जा सकें, लेकिन अधिकारियों ने ऐसा करने के बजाए निर्देश हवा में उड़ा दिए।

मंगलवार को विधान सभा अध्यक्ष ने तहसील व ¨सचाई विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर गौहरीमाफी का दौरा किया। इस दौरान बाढ़ सुरक्षा के लिए पूर्व में दिए गए निर्देशों के बारे में उन्होंने जब मौके पर मौजूद ¨सचाई विभाग एसडीओ से पूछा तो वह जवाब नहीं दे पाए। मौके पर पता चला कि अभी तक प्राक्कलन बनाकर शासन को भेजा ही नहीं गया है। इस पर विधान सभा अध्यक्ष का पारा चढ़ गया उन्होने मौके पर मौजूद अधिकारियों को कार्यशैली सुधारने की हिदायत दी और दूरभाष पर ¨सचाई विभाग के एक्शन को जमकर फटकार लगाई। इस दौरान एसडीएम हर गिरि ने आपदा के तहत तत्काल बजट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। ¨सचाई विभाग के एसडीओ पीएल नौटियाल ने बताया कि कटाव को रोकने के लिए तार जाल डाले जाएंगे और नदी की धारा को डायवर्ट कराया जा रहा है। इस दौरान तहसीलदार रेखा आर्या, ग्राम प्रधान सरिता रतूडी, भाजपा जिला महामंत्री सुदेश कंडवाल, भगवंत संधू, राजेंद्र जोशी आदि रहे।

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प्रधान पति व पूर्व प्रधान भिड़े

मनरेगा के तहत कराए गए बाढ़ सुरक्षा कार्यों में एक दूसरे पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए प्रधान पति योगेंद्र रतूडी व पूर्व ग्राम प्रधान संजय पोखरियाल विधान सभा अध्यक्ष के सामने ही भिड़ पड़े। स्वयं विधान सभा अध्यक्ष व अन्य मौजूद लोगों ने उन्हे किसी तरह शांत कराया। इस दौरान दोनों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए।

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बढ़ते जलस्तर से सहमे लोग

सौंग नदी के जलस्तर में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी से गौहरीमाफी, साहबनगर, चकजोगीवाला, जोगीवाला माफी, ठाकुरपुर आदि गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। सोमवार देर रात को आए उफान से नदी तटीय क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं। एसडीएम ने बताया कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

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