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बारिश से धीमी चूल्हे की आंच, गुजरात से उत्तराखंड नहीं पहुंच पा रही रसोर्इ गैस

देहरादून : गुजरात में आई बाढ़ ने दून समेत पूरे गढ़वाल मंडल में चूल्हे की आग मंद कर दी है। रास्ते बंद होने के कारण पिछले तीन दिन से इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आइओसी) की गैस सप्लाई गुजरात से हरिद्वार नहीं हो पाई है। इस कारण आइओसी की गैस एजेंसियों पर सिलेंडर नहीं बचे हैं और उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, तेल कंपनी ने आज से गैस की सप्लाई सुचारु होने की उम्मीद जताई है, अगर ऐसा हो गया तब भी दूनवासियों को मंगलवार या बुधवार को ही गैस मिलने की उम्मीद है। जबकि सूत्रों की मानें तो आने वाले कई दिनों तक उपभोक्ताओं को रसोई गैस के संकट से जूझना पड़ेगा।

हरिद्वार के लंढौरा स्थित प्लांट पर गुजरात से रसोई गैस पहुंचती है। यहां से गैस सिलेंडर दून समेत पूरे गढ़वाल मंडल में सप्लाई किए जाते हैं। फिलहाल पूरा गुजरात बाढ़ की चपेट में है, जिस कारण आइओसी के गैस सिलेंडर उत्तराखंड नहीं पहुंच पा रहे। ऐसे में शुक्रवार से रसोई गैस की किल्लत झेल रही एजेंसियों पर स्टॉक पूरी तरह खत्म हो गया है। वहीं, बैकलॉग 30 हजार से ऊपर पहुंच गया है और सैकड़ों लोग रोजाना गैस के लिए एजेंसियों को फोन कर रहे हैं।

घर गैस न पहुंचने पर तमाम लोग एजेंसी भी पहुंच रहे हैं, मगर स्टॉक न होने के कारण उन्हें बैरंग ही लौटना पड़ रहा है। रविवार को अवकाश होने के कारण प्लांट बंद रहा। इससे सोमवार को भी गैस आने की उम्मीद नहीं है।  सिर्फ बीपीसी के ग्राहकों को राहत

आइओसी के साथ ही हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (एचपीसी) की एजेंसियों पर गैस की दिक्कत बढ़नी शुरू हो गई। एचपीसी की गैस आपूर्ति भी गुजरात से जुड़ी हुई है। हालांकि, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन में गैस की आपूर्ति अभी सुचारु है। वहीं दून एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष चमनलाल ने बताया कि जिन एजेंसियों पर स्टॉक बचा हुआ था, वह शनिवार सुबह तक समाप्त हो गया। कंपनी से लगातार संपर्क किया जा जा रहा है, जल्द ही उपभोक्ताओं को गैस की आपूर्ति की जाएगी।

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