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बैंक लोन दिलाने के नाम पर 4.65 लाख ठगी करने वाली महिला गिरफ्तार

नई दिल्ली। बैंक से सवा करोड़ रुपये लोन दिलाने के नाम पर एक कारोबारी से 4.65 लाख रुपये ठगी करने के मामले में क्राइम ब्रांच आरोपित महिला सोनिया बत्रा उर्फ कालिंदी शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। महिला सात साल से फरार चल रही थी। इसके सहयोगी करण चौधरी को पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है।

एडिशनल पुलिस कमिश्नर शिबेश सिंह के मुताबिक सोनिया बत्रा रेगरपुरा, करोल बाग की रहने वाली है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से दूसरे वर्ष की कॉलेज ड्रॉपआउट है और 10 वर्षों से तलाकशुदा है। वर्तमान में वह राजेंद्र पैलेस में ई-स्टांप विक्रेता के रूप में काम रही थी। उसके कुछ बैंकों और निजी फाइनेंस कंपनियों के साथ अच्छे संबंध है। उनके लिए वह लोन एजेंट के तौर पर काम कर कमीशन प्राप्त करती थी।

2013-2014 में वह पश्चिम विहार में पार्क फाइनेंशियल कैपिटल के निदेशक करण चौधरी से मिली और उसके लिए काम करना शुरू कर दिया था। करण चौधरी के साथ मिलकर प्रेम कुमार से 4.65 लाख रुपये ठगी करने के बाद वह रमेश मार्केट में अपना घर छोड़कर करोलबाग क्षेत्र के रेगरपुरा में रहने लगी थी। उसकी गिरफ्तारी की सूचना पश्चिम विहार थाना पुलिस को दे दी गई है।

22 फरवरी को एसीपी रमेश लांबा की टीम ने सोनिया बत्रा को रेगरपुरा से गिरफ्तार कर लिया। 2014 में प्रेम कुमार नाम के कारोबारी ने सोनिया से मुलाकात की थी। उन्हें व्यवसाय के लिए धन की आवश्यकता थी। उन्होंने लोन के एवज में अपनी एक संपत्ति गिरवी रखने की बात कही थी।

सोनिया व करण चौधरी, प्रेम कुमार को धोखा देने की साजिश रची। करण ने खुद को पार्क फाइनेंस कंपनी के निदेशक के रूप में पेश किया और शिकायतकर्ता को सवा करोड़ लोन दिलाने के लिए एक जाली स्वीकृति पत्र प्रदान किया। इसके बदले सोनिया ने कमीशन के तौर पर 4.65 लाख देने की मांग की जिसे प्रेम कुमार ने तुरंत भुगतान कर दिया। कमीशन की राशि लेने के बाद दोनों गायब हो गए थे। उक्त मामले में प्रेम कुमार ने 2015 में दोनों के खिलाफ पश्चिम विहार थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया था।

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