भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री राम माधव बोले, भारत अब नहीं सॉफ्ट स्टेट
देहरादून : भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री राम माधव ने कहा कि भारत अब सॉफ्ट स्टेट नहीं है। उन्होंने कहा कि हम उनसे ही बात करेंगे, जो बातचीत करने लायक हैं। आज जम्मू-कश्मीर में दिखाई गई सख्ती के कारण आंतकी तत्व वहां से भाग रहे हैं। चीन व पाकिस्तान के साथ जैसा उचित होगा, वही किया जाएगा। देश की सुरक्षा व हितों पर समझौता करने का कोई प्रश्न नहीं है।
भाजपा के दो दिवसीय जनप्रतिनिधि प्रशिक्षण वर्ग में देश के सामने चुनौतियों व समाधान विषय बोलते हुए भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री राम माधव ने कहा कि देश में भ्रष्टाचार व काले धन के खिलाफ जंग चल रही है। इस स्थिति में लंदन हो या श्रीनगर, भ्रष्टाचारियों को दिल्ली की जेल में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने मुख्य रूप से चार बिंदुओं पर कार्य करने का बीड़ा उठाया है। इसमें सम्मान, समृद्धि, सुरक्षा व समता शामिल हैं।
इससे पूर्व सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने कार्यकर्ता, कार्यपद्धति व संगठन विषय पर कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित संगठन है और भाजपा कार्यकर्ता देवतुल्य हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि उनके साथ अपनत्व का व्यवहार करें। हम जिस पद पर बैठे हैं, उसके पीछे कार्यकर्ता की मेहनत है, इस बात का हमेशा ध्यान रखा जाना चाहिए।
राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने संसदीय प्रक्रिया पर अपने उद्बोधन में कहा कि विधायक व सांसद पार्टी का चेहरा है। उनका निजी व सार्वजनिक जीवन मर्यादित होना आवश्यक है। उनके सदन के अंदर व बाहर के आचरण से पार्टी की छवि बनती है। संसद व विधानसभाएं प्रजातंत्र के मंदिर है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकसभा में प्रवेश के समय माथा टेकने का उदाहरण देते हुए बताया कि इससे प्रधानमंत्री की सदन के प्रति भावना का पता चलता है। सभी को इस भावना से कार्य करना चाहिए।
इससे पूर्व दो दिवसीय जनप्रतिनिधि प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिवप्रकाश ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। संबोधन कार्यक्रम शुरू होने से पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का संदेश भी पर्दे पर प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत, प्रदेश महामंत्री संगठन संजय कुमार, प्रशिक्षण संयोजक ज्योति गैरोला के अलावा सभी मंत्री व विधायक मौजूद थे।