उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री के सफल प्रयासों एवं सिंचाई मंत्री के कुशल मार्ग दर्शन से उ0प्र0 ने 60 प्रतिशत भू-भाग को सिंचित कर देश में अग्रणी स्थान बनाया

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सराहनीय प्रयासों एवं सिंचाई मंत्री श्री धर्म पाल सिंह के कुशल मार्ग दर्शन में उ0प्र0 ने प्रदेश का 60 प्रतिशत भू-भाग सिंचित कर राश्ट्रीय स्तर पर एक कीर्तिमान स्थापित किया है। यह बात आज पैक्ट के सौंजन्य से वाल्मी द्वारा संचालित जल उपभोक्ता समितियों एवं किसान सिंचाई विद्यालयों के मध्य बेहतर सामन्जस्य स्थापित करने हेतु आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए कही। श्री सेंगर ने कहा कि अद्यतन आंकड़े बताते हैं कि राश्ट्रीय स्तर पर अन्य प्रदेश में 35 से 40 प्रतिशत ही भू-भाग सिंचाई विभाग द्वारा आच्छादित किया जाता है। इस परिपेक्ष्य में उ0प्र0 का यह प्रयास अन्य प्रदेशों के लिए प्रेरणा का बिन्दु बनेगा।

मुख्य अभियन्ता, पैक्ट ने विश्व बैंक पोषित सिंचाई विभाग की महत्वाकांक्षी परियोजना उ0प्र0 वाॅटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग प्रोजेक्ट द्वारा संचालित सहभागी सिंचाई प्रबंधन की गतिशीलता का उल्लेख करते हुए कहा कि बुंदेलखण्ड़ के रोहनी संगठन द्वारा जल उपभोक्ता समितियों का समय से निर्वाचन कराकर 04 नहरों का पूरा प्रबंध इस समितियों को सौंपकर प्रसंशनीय कार्य किया है। मुख्य अभियन्ता ने बताया कि उनके भ्रमण के दौरान किसानों ने बताया कि जहाॅ दशको से पानी नही आया था इन समितियों के प्रबंध से टेल तक पहली बार पानी पहुॅचा है। किसानों ने इसके लिए योगी सरकार का आभार भी व्यक्त किया है। श्री सेंगर ने सिंचाई विभाग के अन्य संगठनों तथा कृशि विभाग के अधिकारियों से अपेक्षा कि वे उपनिदेशक एवं अधिसाशी अभियन्ता सिंचाई, ललितपुर के सराहनीय कार्य से सबक ग्रहण कर अपने अपने संगठनों में भी इसी तरह जल उपभोक्ता समितियों और किसान सिंचाई विद्यालयों के मध्य बेहतर तालमेल बैठाकर कम जल से अधिक उपज प्राप्त करते हुए किसानों को प्रेरित करे, जिससे कृशि उत्पादन एवं कुशल जल संरक्षण से किसानों की आमदनी दुगनी हो सकें।

जल एवं भूमि प्रबंध संस्थान (वाल्मी) के निदेशक श्री एस0पी0 सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि वाल्मी कृशि उत्पादकता एवं जल उत्पादकता व उचित भू प्रबंधन, जल प्रबंधन आदि के क्षेत्र में अधिकारियों को प्रशिक्षित कर इस अभियान को सफल बनाने में पूरी भूमिका अदा करेगी।

वाल्मी के पाठ्यक्रम निदेशक/कार्यशाला संयोजक श्री राजेश शुक्ला ने दो दिवसीय कार्यशाला के एजेंण्डा बिन्दुओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए यह अपेक्षा की इस कार्यशाला में विचार मंथन एवं अनुभव संगम से जो निश्कर्श निकलेगा वह निःसन्देह इस दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा।

कार्यशाला में मीडिया विशेषज्ञ श्री इन्दल सिंह भदौरिया, एस0आई0आर0डी0 के प्रशिक्षण समन्वयक श्री नन्द किशोर श्रीवास्तव, कृशि एवं खाद्य संगठन (एफ0ए0ओ0) के प्रभारी श्री सुधाकर व दया शंकर सिंह, पैक्ट के अधीक्षण अभियन्ता, पिम श्री कुलदीप श्रीवास्तव सहित परियोजना जनपदों के उपनिदेशक कृशि एवं सिंचाई विभाग के अधिशासी/अधीक्षण अभियन्ताओं/पैक्ट के विशेशज्ञों ने भाग लिया।

Related Articles

Back to top button