उत्तराखंड समाचार

मुल्तान समाज के लोगों ने हरकी पैड़ी पर मां गंगा से खेली दूध की होली

हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर सुबह से ही सतरंगा माहौल दिखाई दिया। इस सतरंगे माहौल मे देश के अलग-अलग स्थानों से आकर मुल्तान समाज के लोगों ने हरकी पैड़ी के धार्मिक माहौल को रंगीन कर दिया। वहीं, मां गंगा के साथ भी जमकर दूध और गुलाल की होली खेली। इन लोगों ने पूरी आस्था और भक्ति के साथ मां गंगा की आराधना की।

आज सुबह हरिद्वार के गंगा घाटों पर खासकर हरकी पैड़ी पर कुछ अलग ही रंगीन नजारा देखने को मिला। देश के अलग-अलग राज्यों से आए मुल्तान समाज के लोगों ने हरकी पौड़ी को मुल्तानी रंग में रंग दिया। इस रंग के साथ ही उन्होंने हरकी पैड़ी के पवित्र ब्रह्मकुंड में मां गंगा के साथ दूध की होली खेल कर देश के कोने कोने से आए श्रद्धालुओं का भी ध्यान अपनी और आकर्षित कर लिया।

 

बता दें कि आज से 106 साल पहले सन 1911 में पकिस्तान में रहने वाले व्यापारी लाला रूपचंद ने पैदल आकर हरिद्वार में मां गंगा में जोत प्रवाहित की थी। असल में लाला रूपचंद की दस औलाद हुईं थी, लेकिन कोई भी औलाद बच नहीं पाई। एक दिन जब उनकी लड़की को गंभीर चोट लगी तो फिर उन्हें लगा की उनकी यह औलाद भी बच नहीं पाएगी।

उन्हें किसी ने कहा कि अगर वह हरिद्वार पैदल गंगा मां में जाकर जोत जलाएंगे तो गंगा मैया के आशीर्वाद से उनके दुःख दूर होंगे। उधर, आज

शाम को मुल्तान जोत युवा सन्गठन की और से शहर में जोत के साथ शोभायात्रा निकाली जाएगी।

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