उत्तराखंड समाचार

योगी आदित्यनाथ लोक सेवक तो भाई शैलेंद्र मोहन सीमा प्रहरी

ऋषिकेश : उत्तराखंड की भूमि को वीरभूमि यूं ही नहीं कहा जाता। यहां रहने वाले हर दूसरे परिवार का कोई न कोई सदस्य भारतीय सेना में रहकर मातृभूमि की सेवा कर रहा है। गढ़वाल मंडल के पौड़ी जिले में यमकेश्वर प्रखंड के ग्राम पंचूर निवासी योगी आदित्यनाथ जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में लोक सेवक की भूमिका में हैं, वहीं उनके छोटे भाई शैलेंद्र मोहन बिष्ट एक सैनिक के रूप में सरहद के प्रहरी बने हुए हैं।

यमकेश्वर प्रखंड एक सैन्य बहुल क्षेत्र है। यहां के पंचूर गांव निवासी आनंद ङ्क्षसह बिष्ट के परिवार से छह लोग भारतीय सेना में विभिन्न पदों पर तैनात हैं। उनके दूसरे नंबर के पुत्र योगी आदित्यनाथ जहां उप्र में मुख्यमंत्री के पद को सुशोभित कर रहे हैं, वहीं योगी से छोटे पुत्र शैलेंद्र मोहन बिष्ट गढ़वाल स्काउट यूनिट में तैनात हैं। वर्ष 1993 में सैनिक के रूप में भर्ती हुए शैलेंद्र मोहन वर्तमान में सूबेदार के रूप में उत्तराखंड से सटी चीन सीमा के माणा बॉर्डर पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।

बकौल आनंद सिंह बिष्ट, ‘शैलेंद्र ने भारतीय सेना में शामिल होकर मुझे ऐसा उपहार दिया, जिसे मैं कभी नहीं भुला सकता। वर्ष 1993 में टिहरी में सेना की भर्ती हो रही थी। शैलेंद्र ने भी उसमें हिस्सा लिया और सैनिक के रूप में भर्ती हो गया। घर लौटकर जब उसने बताया कि वह सेना में भर्ती हो गया है तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मैं स्वयं भी चाहता था कि मेरा एक बेटा सेना का हिस्सा बने और शैलेंद्र ने मेरी यह इच्छा पूरी कर दी।’ आनंद सिंह के चार पुत्रों में सबसे बड़े मानवेंद्र सिंह बिष्ट महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय बिथ्याणी में कंप्यूटर ऑपरेटर हैं। जबकि, शैलेंद्र और महेंद्र योगी आदित्यनाथ से छोटे हैं।

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