उत्तर प्रदेश

हौसला साझेदारी उ0प्र0 कार्यक्रम के कलेवर का हुआ विस्तार, रीता बहुगुणा जोशी ने लोगो जारी किया

लखनऊ: प्रदेश की महिला कल्याण मंत्री प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने आज होटल हयात रीजन्सी, गोमतीनगर, लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार, एन0एच0एम0, जनसंख्या स्थिरता कोष, भारत सरकार, सिफ्सा तथा पी0एस0आई0 इंडिया के सहयोग से परिवार नियोजन की सेवाओं की उपलब्धता एवं निजी क्षेत्र की सहभागिता बढ़ाने हेतु एक दिवसीय राज्य स्तरीय परामर्श कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर जनसंख्या स्थिरता कोष (जे.एस.के.) भारत सरकार तथा सिफ्सा यू0पी0 के बीच परिवार नियोजन कार्यक्रमों को लेकर एक करार हुआ।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रो0 जोशी ने कहा कि राष्ट्र की प्रगति में जनसंख्या एक बड़ा मुद्दा है। जनसंख्या का बहुत होना  या कम हो जाना दोनो ही विचारणीय तथ्य हैं। विकासशील देशों में शिक्षा का अभाव, जानकारियों का न होना तथा गरीबी जनसंख्या वृद्धि के बड़े कारक हैं। उन्होंने कहा कि यद्यपि भारत में प्रयासों के बाद भी जनसंख्या निरन्तर वृद्धि की ओर है किंतु भारत ऐसा देश है जहां प्रगति और विकास की ओर ले जाने वाले सभी साधन उपलब्ध हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को संयुक्त प्रयास करके कम से कम समय में अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने के लिए कहा। उन्होने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ की पहल पर बड़े स्तर पर प्राइवेट चिकित्सकों ने वालेंटियर भागीदारी दी है परन्तु अभी भी ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सकों को देश हित में परिवार नियोजन की मुहिम से जुड़ने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम में महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने संयुक्त साझेदारी के अनुसार नवीन रुप से पुनः तैयार किए गए प्रदेश के ‘हौसला साझेदारी‘  के वेबपोर्टल लोगो को अनावरण किया। उत्तर प्रदेश सरकार के हौसला साझेदारी कार्यक्रम में भारत सरकार के जनसंख्या स्थिरता कोष ;श्रैज्ञद्ध कार्यक्रम को समन्वित करके सम्पूर्ण पी0पी0पी0 माडल को निजी क्षेत्र की सहभागिता के लिए नये स्वरूप में प्रस्तुत किया गया है। हौसला साझेदारी कार्यक्रम की सफलता मंे अधिकृत प्राइवेट नर्सिंग होम एवं प्राइवेट सेक्टर सर्जन की भी अहम भूमिका है, उनमें से उत्कृष्ट सेवा प्रदाताओं को उनके योगदान के लिए मंत्री जी द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया, जिसमें एस.पी. सिटी हास्पिटल-बलिया, जी.बी. हास्पिटल-जालौन, बुआजी हास्पिटल-जौनपुर, चंदौली हास्पिटल-चंदौली तथा आकांक्षा हास्पिटल-बिजनौर को कैटेगरी-1 तथा सूर्या क्लीनिक-मथुरा, गोरखपुर, अलीगढ़, इलाहाबाद एवं परिवार सेवा संस्थान-लखनऊ, कानपुर, आगरा, वाराणसी, शाहजहांपुर, बरेली को कैटेगरी-2 का प्रमाण पत्र दिया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मिशन डायरेक्टर एन.एच.एम., उ0प्र0 श्री पंकज कुमार ने कहा कि जनसंख्या की दृष्टि से लगभग 32 प्रतिशत दम्पति आधुनिक परिवार नियोजन की विधियों का प्रयोग कर रहे हैं, जबकि लगभग 81 लाख दम्पति प्रदेश में परिवार नियोजन की विधियों का इस्तेमाल करना चाहते हैं जिनमें से लगभग 38 लाख दम्पति स्थायी विधि का प्रयोग करना चाहते हैं। इन सेवाओं की पूर्ति केवल सरकार के संसाधनों द्वारा ही सम्भव नहीं है। इस न्दउमज छममक ;अनमेट नीड) को पूर्ण करने हेतु निजी क्षेत्र में कार्यरत निजी चिकित्सालय तथा शल्य चिकित्सकों की एक महत्वपूर्ण सहयोगी भूमिका है। सरकार द्वारा यह भी सोचा गया कि यह सहभागिता पूर्णरूपेण पारदर्शी हो एवं जनमानस तक सीधे लाभ प्राप्त हो। इन्ही अपेक्षाओं के साथ एक वेब आधारित सिंगल विंडो डिजिटल इंटरफेस के माध्यम से हौसला साझीदारी बनाया गया जो उत्तर प्रदेश सरकार का एक अभिनव प्रयोग है। इस साझेदारी के परिणाम स्वरूप आज प्रदेश में लगभग 1100 प्राइवेट अस्पताल एवं लगभग 800 प्राइवेट क्षेत्र के सर्जन इस अभियान से जुड़ चुके हैं। इस योजना को जनता का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ है। फलस्वरूप सवा लाख से ज्यादा लाभार्थियों को स्थायी विधियों की सुविधा अधिकृत प्राइवेट अस्पताल द्वारा प्रदान की गयी।

कार्यक्रम में झारखण्ड एवं मध्य प्रदेश के प्रतिनिधयों ने भी विचार व्यक्त किए। मध्य प्रदेश से आयी डा0 वंदना  खरे ने उ0प्र0 में हौसला साझेदारी की सफलता से उत्साहित होकर इस योजना को अपने प्रदेश में भी संचालित कराने का विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों तथा डायेक्टर जनरल परिवार कल्याण उ0प्र0 डा0 नीना गुप्ता की प्रातिभागिता में एक पैनल डिस्कशन भी हुआ जिसमें परिवार नियोजन कार्यक्रमों हेतु किए जा रहे प्रयासों में आ रही समस्याओं, पब्लिक-प्राइवेट सेक्टर के बीच ब्रिज की स्थापना, कार्यों में पारदर्शिता तथा परिवार नियोजन की जानकारियों के प्रचार और जनता को उनकी सहज उपलब्धता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।

इस कार्यक्रम में अधिशासी निदेशक, जनसंख्या स्थिरता कोष, भारत सरकार, सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उ0प्र0 शासन, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन/अधिशासी निदेशक, सिफ्सा, डिप्टी कमिश्नर, परिवार नियोजन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य, महा निदेशक, परिवार कल्याण, अन्य राज्यों के स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि, थ्व्ळैप् तथा विभिन्न स्वयंसेवी  संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा उत्साह पूर्वक प्रतिभाग किया गया।

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