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चंपावत महोत्सव में प्रतिभाग कर सम्बोधित करते हुएः सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत

चम्पावत: एक दिवसीय चंपावत जिले के भ्रमण पर पंहुचे मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा जिला मुख्यालय के गोल्ज्यू मैदान में तीन दिवशीय आयोजित चंपावत महोत्सव में प्रतिभाग किया गया। इस दौरान उन्होंने जिले के विकास हेतु 116 करोड़ 26 लाख रुपये की लागत के कुल 33 कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया।जिसमें 64 करोड़ 21 लाख 17 हजार की कुल 17 योजनाओं का शिलान्यास तथा 52 करोड़ 4 लाख 63 हजार रुपये की लागत के 16 कार्यों का लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा जनपद के विकास हेतु विभिन्न घोषणाएं की जिसमें चम्पावत मुख्यालय में पार्किंग का निर्माण, विकास खण्ड लोहाघाट के विसुंग के टाड़ खेल मैदान में चहार दीवारी का निर्माण,पाटी के राजकीय इंटर कॉलेज मुलाकोट व लोहाघाट के राजकीय इंटर निडिल में दो दो अतिरिक्त कक्षा कक्ष्यों का निर्माण,स्यामलाताल का सौंदर्यीकरण किए जाने,सुखी ढांग डांडामिनार सड़क में 30 किलोमीटर सड़क का डामरीकरण कराए जाने के साथ की चम्पावत को पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित किए जाने की घोषणाएं की गईं।इसके अतिरिक्त माननीय मुख्यमंत्री ने जनपद चम्पावत जो लिगांनुपात में पूरे देश में पिछड़ा हुवा था इन वर्षों में जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अभियान चलाकर सभी के सहयोग से वर्तमान में लिंगानुपात प्रति हजार 974 हो जाने पर बधाई देते हुए इस सराहनीय व उल्लेखनीय कार्य करने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों,महिलाओं को 10 -10 हजार रुपये पुरुस्कार की घोषणा देते हुए जिलाधिकारी चम्पावत व टीम को बधाई दी।
कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि मेले में विभिन्न विभागों आदि के द्वारा जो भी स्टाल लगाए गए हैं उससे जिले के विकास की झलक दिखने को मिल रही है।उन्होंने कहा कि मेलों का स्वरूप बदलना चाहिए ,मेले में ग्रामीण क्षेत्र के जो उद्यमी हैं विभिन्न पैदावार कर रहे हैं उनके उत्पाद मेले में प्रदर्शित हों,ताकि मेले में आने वाले युवाओं को वह दिखे ओर उससे प्रेरित हों।उन्होंने कहा कि मेलों के माध्यम से लोगों को विशेष रूप से युवाओं को इन उत्पादों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाय।उन्होंने कहा कि युवाओं में जो ब्यवसायिकता की कमी व अभाव है इस प्रकार के मेलों के आयोजन से युवाओं में ब्यवसायिकता के गुण सीख सकते हैं ,यहां के युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 18 मार्च को वर्तमान सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं।सरकार का मकसद पूर्ण पारदर्शिता, ईमानदारी,विश्वास तथा विकास रहा है इसी उद्देश्य को लेकर कार्य किया गया है जिससे जनता का जनप्रतिनिधियों में विश्वास बड़ा है।उन्होंने कहा कि ग्रामीण कनेक्टिविटी के अंतर्गत उत्तराखंड राज्य को देश में 17 अवार्ड मिले हैं। सरकार का लक्ष्य 2022 तक प्रत्येक गांव तक सड़क तथा 2024 तक हर घर को पानी का नल देने का है।इसके अतिरिक्त राज्य में सभी सड़कों में जहां जहां मोटर पुलों की आवश्यकता है उनमें पुलों का निर्माण,2022 तक प्रत्येक विद्यालय में फर्नीचर व प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र व डिग्री कॉलेज का भवन का निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा।उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वस्थ रखने हेतु प्रत्येक आंगनबाडी केन्द्र में दूध,अंडा व फल दिया जा रहा है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाए जाने हेतु शीघ्र ही 310 चिकित्सक की भर्ती की जा रही है।इसके अतिरिक्त टेक्नोलॉजी के माध्यम से चिकित्सा सुविधाएं मुहैय्या कराई जा रही है।राज्य में 45 चिकित्सालयों में टेली रेडियोलॉजि के तहत सुविधाएं दी जा रही हैं।उन्होंने आम जनता से कहा कि उनकी जो भी समस्या हैं तो वह मुख्यमंत्री हेल्प लाइन 1905 नंबर पर सीधे कॉल कर सकते हैं उनकी समस्या का त्वरित समाधान किया जाएगा।इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जल संचय पर कार्य कर रही है।राज्य में वर्तमान में विभिन्न जनपदों में 1200 करोड़ रुपये की लागत से झीलों का निर्माण किया जा रहा हैं।
कार्यक्रम के उपरांत मुख्यमंत्री विगत दिनों जनपद के जी.आई.सी रोड निवासी शहीद राहुल रैंसवाल के घर गए जहां उन्होंने उनके परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी। कहा कि उनके पुत्र ने देश की सेवा में अपना जो योगदान दिया उससे सम्पूर्ण राज्य उन्हें हमेशा याद रखेगा।उन्होंने कहा कि वीर सहीद की धर्मपत्नी को उनकी योग्यता के अनुसार सरकारी नोकरी प्रदान की जाएगी।

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