उत्तर प्रदेश

उद्यमियों के साथ निरन्तर संवाद स्थापित किया जाय एवं माह में एक बार अवश्य बैठक आहूत की जाय: मुख्यमंत्री

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर की सहजनवां तहसील के अन्तर्गत पिपरा में 64.08 करोड़ रुपये की लागत से 12 एकड़ क्षेत्र में निर्मित हो रहे अटल आवासीय विद्यालय का स्थलीय निरीक्षण किया। प्रोजेक्ट के विस्तृत अवलोकनोपरान्त उन्होंने निर्देश दिए कि निर्धारित समय-सीमा के अन्तर्गत शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिये जायेें और कार्य की गुणवत्ता एवं समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री जी ने कार्य की प्रगति की समीक्षा बैठक के दौरान निर्देश दिये कि कार्य की गुणवत्ता की जांच अवश्य करायी जाय। कार्य मानक के अनुरूप होने चाहिए। यदि कोई गड़बड़ी पायी जाती है तो सम्बंधित के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने मुख्य कार्यपालक अधिकारी गीडा को निर्देश दिये कि गीडा में उद्यमियों की समस्याओं का समयबद्ध एवं गुणवत्तायुक्त निस्तारण सुनिश्चित करें। निवेशकों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करायी जायंे ताकि जनपद में अधिकाधिक निवेश हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि उद्यमियों के साथ निरन्तर संवाद स्थापित किया जाय एवं माह में एक बार बैठक अवश्य आहूत की जाये। संवाद से समस्याओं का समाधान सुगम होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उद्यमियों के साथ संवेदनशील एवं मैत्रीपूर्ण व्यवहार किया जाय। विकास कार्य में कहीं भी विलम्ब/लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सहजनवां पॉलीटेक्निक, सैनिक स्कूल, आयुष विश्वविद्यालय, लिंक एक्सप्रेस-वे आदि के निर्माण कार्यांे की प्रगति की विस्तृत समीक्षा करते हुए कहा कि पूर्वान्चल लिंक एक्सप्रेस-वे पर अर्थ वर्क (मिट्टी भराई आदि) के कार्य को बरसात के पूर्व करा लिया जाय ताकि बरसात में निर्माण कार्य प्रभावित न हो। सहजनवां पॉलीटेक्निक के सम्बंध में अवगत कराया गया कि इस साल कार्य पूर्ण हो जायेगा। यह भी बताया गया कि अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य 23 जून, 2021 से प्रारम्भ हुआ है, जिसे सितम्बर, 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित है।
ज्ञातव्य है कि अटल आवासीय विद्यालय का उद्देश्य उ0प्र0 भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के कुल 1000 बालक/बालिकाओं एवं अनाथ बच्चों को गुणवत्तापूर्ण निःशुल्क आवासीय शिक्षा प्रदान किया जाना है। विद्यालय शिक्षण भवन, प्रशासानिक भवन, छात्रावास (बालक-बालिकाओं हेतु पृथक-पृथक), मेस सहित खेल मैदान, इन्डोर स्पोर्ट, कम्प्यूटर कक्ष इत्यादि आवश्यक एकेडमिक/प्रशासनिक सुविधाओं से युक्त होगा। परिसर में संास्कृतिक एवं अन्य गतिविधियों के आयोजन हेतु एक ओपन थियेटर, परिसर की देखरेख हेतु सुरक्षा टीम, सी0सी0 टीवी कैमरे आदि की व्यवस्था के साथ ही एकेडमिक ब्लॉक में छात्र/छात्राओं की सह-शिक्षा की सुविधा होगी। इसके अलावा, अत्याधुनिक शिक्षण तकनीक से युक्त स्मार्ट क्लासेस भी परिसर में स्थापित किए जाएंगे। इस अवसर पर शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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