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दिल्ली में कोरोना का कहर, 24 घंटे में आए 25, 219 नए केस, रिकॉर्ड 412 लोगों की मौत

नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना (Coronavirus) ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है. पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली में कोरोना के 25, 219 नए केस सामने आए हैं और 412 लोगों की मौत हुई है. दिल्ली में कोरोना से मौत का यह आंकड़ा अब तक का सबसे बड़ा है. अब देश की राजधानी में सक्रिय मरीजों की संख्या 96, 747 हो गई है. इनमें से 50, 554 लोग होम आइसोलेशन में अपना इलाज करा रहे हैं, जबकि बीते 24 घंटों में दिल्ली में कुल 79, 780 सैंपल की कोरोना जांच की गई है, वहीं मृत्यु दर 1.41 % तक पहुंच गई है. राजधानी दिल्ली में बीते 24 घंटे में 27, 421 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है.

कोरोना से मौत का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा आया सामने

अगर पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो वह अब भी 30-35 प्रतिशत के बीच रह रही है, जो चिंता बढ़ा रही है. मंगलवार को भी पॉजिटिविटी रेट 31.61 % प्रतिशत सामने आई. शुक्रवार को भी दिल्ली में कोरोना के 27, 047 नए मामले सामने आए थे और 375 लोगों की मौत हुई थी. गुरुवार को भी दिल्ली में कोरोना के 24, 235 नए मामले सामने आए थे और 395 लोगों की मौत हुई थी. बुधवार को कोरोना के 25, 986 नए मामले सामने आए थे और 368 लोगों की मौत हुई थी.

शुक्रवार भी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वैक्सीनेशन अभियान के संबंध में कहा कि अभी हमारे पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. इसलिए दिल्लीवासी कल यानि एक मई से वैक्सीनेशन केंद्रों पर लाइन न लगाएं. वैक्सीन आते ही हम सभी को जानकारी देंगे. केंद्रों पर भीड़ बढ़ने से सोशल डिस्टेंसिंग खराब होगी और कानून-व्यवस्था गड़बड़ा सकती है. केजरीवाल ने कहा कि उम्मीद है कि हमें कल या परसों तक कोविशिल्ड की 3 लाख डोज मिल जाएगी. हमारी तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, लेकिन इसमें सभी का सहयोग चाहिए.

दिल्ली सरकार ने शनिवार को भी कोविड 19 खिलाफ लड़ाई में दिल्ली की मदद करने के लिए पोर्टल की शुरुआत की. इस पोर्टल के जरिए भारत और विदेश में रहने वाले के लोग कोविड-19 के खिलाफ इस मुश्किल लड़ाई में मदद कर सकेंगे. दिल्ली सरकार इसके माध्यम से मिलने वाले तत्काल सहयोग से दिल्ली में ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर, डी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर समेत अन्य चिकित्सा उपकरणों की किल्लत को खत्म करना चाह रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश में आपदाओं से निपटने में सरकारों की मदद करने में भारतीय और प्रवासी नागरिक हमेशा सबसे आगे रहे हैं. हम सभी से अनुरोध करते हैं कि जितना हो सके, उतना सहयोग करें.

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