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पांच दिवसीय एक्सपो आयुष एवं स्वास्थ्य, चिकित्सा उपकरण, चिकित्सा से जुड़े वस्त्र एवं उपभोक्ता सामग्री, औषध और स्वच्छता एवं स्वच्छीकरण पर केन्द्रित है

नई दिल्ली: जहाजरानी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री, श्री मनसुख मांडविया ने आज भारत के सबसे बड़े, पहले वर्चुअल हेल्थकेयर एंड हाइजीन एक्सपो, 2020 का उद्घाटन किया। इस एक्सपो का आयोजन फिक्की द्वारा किया गया है।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन वर्चुअल रूप से किया गया, जो कि 22 से 26 जून, 2020 तक प्रतिदिन लाइव रहेगा। इस वर्चुअल एक्सपो में, श्री अनुराग शर्मा, सांसद, झांसी और फिक्की, आयुष समिति के अध्यक्ष, डॉ. संगीता रेड्डी, अध्यक्ष, फिक्की, सुश्री पीवी सिंधु, उत्कृष्ट खिलाड़ी, श्री बदरी अयंगर, अध्यक्ष, फिक्की मेडिकल डिवाइसेस फोरम और उद्योग जगत के अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

यह भारत की पहली सबसे बड़ी वर्चुअल प्रदर्शनी है, जो एक नई शुरुआत है। यह नया आदर्श है, जिसमें वर्चुअल रूप में कारोबार होगा, क्योंकि डिजिटल इंडिया अब आगे की दिशा में बढ़ रहा है।

उद्घाटन के अवसर पर मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण किया जा रहा है, जिससे औषध क्षेत्र, स्वास्थ्य और स्वच्छता क्षेत्र में घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। स्वास्थ्य, स्वच्छता और स्वच्छीकरण, चिकित्सा से जुड़े वस्त्र एवं उपकरण, आयुष एवं कल्याण क्षेत्र कोविड-19 महामारी के खिलाफ हमारी कृतसंकल्प लड़ाई में बहुत ज्यादा महत्व रखते हैं। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 2014 से इस दिशा में घोषित किए गए विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला जैसे कि प्रत्येक घर में शौचालय की उपलब्धता, 10 करोड़ परिवारों के स्वास्थ्य सेवा को कवर करने के लिए “आयुष्मान भारत”, “स्वच्छ भारत अभियान”, “सुविधा सैनिटरी” नैपकिन आदि। उन्होंने जन औषधि केंद्रों के संदर्भ में भी बताया जहां पर सभी लोगों के लिए किफायती दामों में गुणवत्तापूर्ण दवाओं को उपलब्ध कराया जा रहा है। श्री मांडविया ने विस्तृत रूप से बताया कि कैसे नरेन्द्र मोदी सरकार के कृतसंकल्प दृष्टिकोण के कारण ये सभी पहल संभव हो सका है।

मंत्री ने महिला के बेहतर स्वास्थ्य के महत्व पर बल दिया जिसमें उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर हम सभी को ध्यान केंद्रित करना चाहिए और इस दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने जन औषधि केंद्र में 1 रुपये प्रति पैड बेचे जाने वाले “सुविधा सैनिटरी” नैपकिन का उदाहरण दिया। इस प्रकार की पहल देश की महिलाओं के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने का बेहतरीन तरीका है। उन्होंने सुश्री पी वी सिंधु की इस बात से सहमति व्यक्त की कि स्वास्थ्य और स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का अभिन्न अंग हैं। उन्होंने कहा कि “एक व्यक्ति को शारीरिक रूप से तंदुरूस्त रहना चाहिए और स्वस्थ रहने के लिए अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल करना चाहिए। “

श्री मांडविया ने सरकार द्वारा हाल ही में भारत में बल्क ड्रग पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना को प्रोत्साहन देने वाली नीतिगत घोषणा के बारे में भी जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार निजी क्षेत्र की मदद के लिए तैयार है अगर वे भारत में इक्विटी भागीदारी के द्वारा ऐसे पार्कों की स्थापना करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि कैसे इस प्रकार की घोषणाएं प्रधानमंत्री द्वारा घोषित #आत्मनिर्भर भारत अभियान के पहिए में एक चक्र के रूप में कार्य करेंगी।

मंत्री ने सभी नागरिकों के प्रयासों को स्वीकार किया और विशेष रूप से फ्रंटलाइन कर्मियों, डॉक्टरों, नर्सों, पुलिस आदि की प्रशंसा की। उन्होंने विनिर्माण क्षेत्र में लगे समुदाय की सराहना की और उनके प्रति विशेष आभार व्यक्त किया जिन्होंने इन चुनौतियों को अवसर में बदलने का काम किया। स्वास्थ्य संरचना को बढ़ावा देने, बिस्तर बनाने से लेकर पीपीई किट, मास्क, वेंटिलेटर और उपकरणों का निर्माण करने तक। उन्होंने कहा कि इंडिया इंक ने सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर समर्थन प्रदान किया है।

श्री मांडविया ने आयुष से होने वाले फायदों के बारे में बताया और यह भी बताया कि आयुष सामग्री कैसे प्रतिरक्षा को मजबूती प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि, “कोरोना संकट से निपटने में सरकार के प्रयासों का समर्थन करने की दिशा में पारंपरिक दवाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।”

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