उत्तर प्रदेश

निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित कार्मिकों से स्ष्पटीकरण लेने के निर्देश: रमापति शास्त्री

लखनऊ: प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने विकास भवन इन्दिरा नगर स्थित जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय, समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित आई.ए.एस. एवं पी.सी.एस. आदर्श पूर्व परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र अलीगंज एवं सरोजनी नगर स्थित समाज कल्याण विभाग द्वारा अनुदानित वृद्धा आश्रम का आकस्मिक निरीक्षण किया।

निरीक्षण के उपरान्त समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिया कि आज के निरीक्षण में पाये गये अनुपस्थित कार्मिकों से स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए आवश्यक कार्यवाही करें। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कार्यालय में समय से उपस्थित होकर विभागीय कार्यों को करना सुनिश्चित करें तथा योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को अवश्य उपलब्ध कराया जाये। लाभार्थियों को योजनाओं के बारे में सही जानकारी दें तथा उनक साथ अच्छा व्यवहार करना सुनिश्चित किया जाये।

आदर्श पूर्व परीक्षा प्रशिक्षण केन्द्र (बालिका) अलीगंज लखनऊ का निरीक्षण के दौरान मंत्री श्री शास्त्री ने उपस्थित पंजिका का अवलोकन किया, जिसमें पाया कि श्रीमती शहनाज सिद्दीकी वरिष्ठ सहायक उपस्थित थीं, परन्तु उपस्थित पंजिका में हस्ताक्षर नहीं किया था, जिस पर मंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि आफिस आने पर उपस्थित पंजिका में हस्ताक्षर अवश्य करें। छात्राओं की क्लास में जाकर छात्राओं से यहां पर रहने, खाना मिलने सहित विभिन्न जानकारी प्राप्त की। छात्राओं से उन्होंने कहा कि मेहनत से तैयारी करें और परीक्षा में पास होकर अपने माता-पिता और जनपद का नाम रोशन करें।

इस अवसर पर निरीक्षण के दौरान पेयजल हेतु लगे आर.ओ. की मशीन के पास गंदगी पाये जाने पर उप निदेशक समाज कल्याण श्रीमती सुनीता यादव को निर्देश दिया कि उसके पास व शौचालय सहित अन्य स्थानों पर साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखते हुए साफ-सफाई कराना सुनिश्चित करें। सरोजनी नगर स्थित वृ़द्धा आश्रम का निरीक्षण के दौरान श्री शास्त्री ने वृद्धों से रहने व भोजन समय से मिलने आदि सभी व्यवस्थाओं की जानकारी की तो कुछ वृद्धों ने वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिलने की बात कही, जिस पर श्री शास्त्री ने संस्थान के प्रबन्धक व जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिया कि वृद्धों का फार्म भरवाकर सभी आवश्यक कार्यवाही कराते हुए पेंशन दिलाये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्हांेने यह भी निर्देश दिये कि वृद्धों को समय से भोजन आदि व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर की जाये, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जाये। वृद्धों के रहने वाले कमरों की साफ-सफाई पर भी ध्यान दिये जाने के निर्देश दिये। बाथरूम में भी साफ-सफाई पर भी ध्यान दिया जाये।

मंत्री समाज कल्याण, श्री रमापति शास्त्री जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण के समय जिला समाज कल्याण अधिकारी के अतिरिक्त मात्र 02 कर्मचारी उपस्थित पाए गए। मंत्री द्वारा उक्त दोनों उपस्थित कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र दिए जाने के निर्देश दिए गये हैं। निरीक्षण के दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा मंत्री को अवगत कराया कि 06 कर्मचारी शिविरों में प्रतिभाग करने हेतु गए हेंै एवं 02 कर्मचारी अवकाश पर हेंै। मंत्री जी द्वारा अनुपस्थित 08 कर्मचारियों का स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी डाॅ0 अमर नाथ यति द्वारा मंत्री जी को अवगत कराया गया कि मंत्री जी के निर्देशों के क्रम में जनपद लखनऊ में दिनांक 19.08.2019 से 19.09.2019 तक वृद्धावस्था पेंशन हेतु पात्र अवशेष व्यक्तियों के आवेदन पत्र भरवाने हेतु नगर निगम में वार्डवार एवं ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायतवार शिविरों का आयोजन किया गया है। विशेष शिविरों में अब तक 9382 आवेदन पत्र भरवाए गए हैं, जिसके सापेक्ष 5008 आवेदकों को पेंशन स्वीकृत कर दी गयी हेै। योजना के अन्र्तगत दिनांक 01.04.2019 को कुल 83381 पेंशनर थे सत्यापन में मृतक एवं अपात्र 5435 पेंशनरों का डाटा पोर्टल से डिलीट कर दिया गया है। वर्तमान में 82954 लाभार्थी है। जिसके सापेक्ष प्रथम किश्त के रूप में 81438 पेंशनरों को रू0 1215.53 लाख का भुगतान किया जा चुका है।

समाज कल्याण मंत्री जी को जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्र्तगत 208 जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया जा चुका है तथा दिनांक 20.11.2019 को नगर निगम एवं जनपद के समस्त विकास खण्डों में सामूहिक विवाह का आयोजन प्रस्तावित है। अनु0 जाति/अनु0 जनजाति एवं सामान्य वर्ग पूर्वदशम् एवं दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना में शासन द्वारा निर्धारित समय सारिणी अनुसार कार्यवाही की जा रही है। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने मंत्री जी को अवगत कराया कि अनु0 जाति के उत्पीड़ित व्यक्तियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने की योजना में 386 पीड़ितों को रू0 330.00 लाख की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जा चुकी है एवं राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के अन्र्तगत 1506 लाभार्थियों को रू0 30000.00 की दर से रू0 451.80 लाख का भुगतान किया जा चुका है।

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