उत्तर प्रदेश

निगरानी समितियों को पूरी तरह सक्रिय रखते हुए सर्विलांस सिस्टम को प्रभावी बनाए रखें: सीएम

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने केन्द्र व राज्य सरकार की विकास योजनाओं को तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि व्यापक स्तर पर इन योजनाओं के संचालन से जहां एक ओर श्रमिकों/कामगारों को रोजगार मिलेगा, वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश का नव निर्माण भी होगा।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि समस्त मण्डलायुक्त अपने-अपने मण्डल के सभी जनपदों में विकास योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा करें। समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त इस बात पर विशेष ध्यान दें कि लाॅकडाउन व्यवस्था लागू किए जाने से पूर्व, विकास योजनाओं में कितना कार्य किया गया। उन्होंने निर्देश दिए कि इस जानकारी के आधार पर शेष कार्य को प्राथमिकता पर पूरा करने के लिए रणनीति बनाते हुए इसे लागू कराया जाए। उन्होंने मण्डलायुक्तों को अपने सभी जनपदों के जिलाधिकारियों से विकास योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में नियमित संवाद करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद आगरा, मेरठ, अलीगढ़, मुरादाबाद, कानपुर नगर, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, गौतमबुद्ध नगर तथा बस्ती में स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिन जनपदों की स्वास्थ्य सेवाएं अपेक्षित स्तर की न हों, ऐसे जनपदों के जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से आख्या प्राप्त करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्राथमिकता पर कदम उठाए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि कोविड अस्पतालों में भर्ती रोगियों की निरन्तर माॅनिटरिंग की जाए। डाॅक्टर तथा नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड ले। अस्पतालों में रोगियों को समय से दवा, भोजन तथा पीने के लिए गुनगुना पानी दिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मरीज को आवश्यकतानुसार तत्काल आॅक्सीजन आदि उपलब्ध हो। उन्होंने नाॅन कोविड अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकाॅल के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराए जाने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में 15 हजार टेस्ट प्रतिदिन की टेस्टिंग क्षमता प्राप्त किए जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए इसमें निरन्तर वृद्धि करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर को नियंत्रित किया जाए। इस रोग से हुई मृत्यु के कारणों की मेडिकल समीक्षा अवश्य की जाए, ताकि उपचार को और प्रभावी किया जा सके। उन्होंने निगरानी समितियों को पूरी तरह सक्रिय रखते हुए सर्विलांस सिस्टम को प्रभावी बनाए रखे जाने के निर्देश भी दिए।
सोशल डिस्टेंसिंग के पूर्ण पालन पर बल देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह सुनिश्चित कराया जाए कि लोग मास्क का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा सघन पेट्रोलिंग निरन्तर जारी रखी जाए। इस बात का विशेष ध्यान दिया जाए कि कहीं भीड़ एकत्र न होने पाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्ट्रीट वेंडरों को प्रधानमंत्री जी के विशेष आर्थिक पैकेज से लाभान्वित करने के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जाए। आवास विभाग अफोर्डेबिल हाउसिंग स्कीम के तहत किफायती दरों के आवास तैयार करने की दिशा में तेजी से कार्य करे। संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। बरसात के मौसम से पहले नालों आदि की सिल्ट हटाने की कार्यवाही प्राथमिकता पर की जाए।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल तथा श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव आवास श्री दीपक कुमार, प्रमुख सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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