उत्तर प्रदेश

प्रत्येक जनपद में आवश्यकतानुसार एल-2 कोविड अस्पताल स्थापित किए जाएं: सीएम

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आजमगढ़ मण्डल के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी कार्याें की गुणवत्ता मानकों के अनुसार हो तथा उन्हें समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए। विभिन्न विभागों में निर्माण कार्यों के लिए कार्यदायी संस्थाओं की क्षमता तथा कार्य सम्पादन के आधार पर रैंकिंग की जाए। रैंकिंग के अनुरूप ही उन्हें कार्य दिए जाएं। उन्होंने कहा कि धन के अभाव में परियोजनाएं लम्बित नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में हर परियोजना के लिए एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। परियोजनाओं की साप्ताहिक/पाक्षिक समीक्षा की जाए, जिससे उन्हें गुणवत्तापूर्ण ढंग से निर्धारित समय-सीमा में पूरा कराया जा सके। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों की भौतिक प्रगति से अवगत कराते हुए यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट भेजा जाए। शासन स्तर पर भी प्रकरण लम्बित न रहे और स्वीकृत धनराशि समय से निर्गत की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने सांसद व विधायकों से संवाद किया और विकास योजनाओं की प्रगति का फीडबैक लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों के साथ बेहतर समन्वय व संवाद बनाते हुए जनसमस्याओं का समाधान किया जाए। जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर समयबद्ध ढंग से निर्णय लेते हुए कार्यवाही की जाए। उन्होंने जनपद के प्रभारी मंत्रिगण द्वारा जनपद में जाकर विकास योजनाओं की समीक्षा किए जाने की बात कही।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अमृत योजना के तहत स्वच्छ और शुद्ध पेयजल आपूर्ति की योजना चलायी जा रही है। समय से निर्णय लेते हुए योजना के कार्यों को शीघ्रता से पूरा किया जाए। ‘हर घर नल’ योजना पहले चरण में बुन्देलखण्ड, दूसरे चरण में विन्ध्य क्षेत्र तथा तीसरे चरण में आर्सेनिक/फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों में लागू की जा रही है। बलिया आर्सेनिक प्रभावित जनपद है। जनप्रतिनिधिगण ‘हर घर नल’ योजना के तहत जलापूर्ति व्यवस्था के सम्बन्ध में अपने प्रस्ताव उपलब्ध कराएं। उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विकास योजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए, जिससे जनता को उसका लाभ प्राप्त हो सके। खाद, यूरिया-डी0ए0पी0 के सम्बन्ध में कालाबाजारी न हो। ऐसा पाए जाने पर सम्बन्धित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। कोविड-19 के दौरान माह मंे 02 बार खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है। यह वितरण पारदर्शी ढंग से हो।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आजमगढ़ मण्डल का क्षेत्र कृषि प्रधान है। प्रधानमंत्री जी के आर्थिक पैकेज के तहत कृषि अवस्थापना की योजनाएं तैयार की जाएं, जिससे इस पैकेज का अधिकाधिक लाभ किसानों को मिले। इसके तहत खाद्यान्न भण्डारण हेतु गोदाम, कोल्ड स्टोरेज आदि के निर्माण को बढ़ावा दिया जाए। जनप्रतिनिधिगण से संवाद स्थापित कर एफ0पी0ओ0 का गठन किया जाए। ई-टेण्डर के माध्यम से कार्यवाही हो, जिससे विकास कार्यों में पूरी पारदर्शिता रहे। भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की कोई गुंजाइश न रहे। कोविड-19 से सुरक्षा के प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए सम्पूर्ण समाधान दिवस की कार्यवाही आगे बढ़ायी जाए। इस सम्बन्ध में शासन द्वारा दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने विभागीय कार्यों की समय-समय पर समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने ग्राम पंचायत भवनों के सम्बन्ध में भूमि चयन की कार्यवाही शीघ्रता से किए जाने और समयबद्ध ढंग से निर्माण कार्यों को पूरा किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों से सम्बन्धित लम्बित कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराकर उनका संचालन प्रारम्भ कराया जाए। जहां कार्यदायी संस्थाओं की शिथिलता के कारण कार्य लम्बित हैं, वहां पर जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई की जाए। राजस्व वृद्धि के लिए निरन्तर प्रयास किए जाएं। उन्होंने जनपद आजमगढ़ में हरिऔध कला केन्द्र का निर्माण पूर्ण कराने के निर्देश दिए। आजमगढ़ में राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भूमि की व्यवस्था शीघ्र की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद मऊ में खाद, यूरिया-डी0ए0पी0 की उपलब्धता के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की तथा निर्देश दिए कि खाद की उपलब्धता के सम्बन्ध में किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने मऊ में सड़कों के निर्माण कार्यों की गति को तेज किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि लोक निर्माण विभाग के दक्ष एवं अनुभवी अभियन्ता वहां पर भेजे जाएं। उन्होंने कहा कि राजकीय पाॅलीटेक्निक, घोसी के निर्माण कार्य को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने प्रत्येक जनपद में एल-2 कोविड अस्पताल आवश्यकतानुसार स्थापित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि संक्रमण से बचाव और इलाज के लिए पूरी मैन पावर लगायी जाए। इस बीमारी के प्रति जागरूकता के कार्यक्रम पब्लिक एड्रेस सिस्टम, होर्डिंग, बैनर आदि के माध्यम से निरन्तर चलाए जाएं। उन्होंने कहा कि इस बीमारी को हर हाल में नियंत्रित करते हुए विकास कार्यों को भी तेजी से आगे बढ़ाना है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मनरेगा के माध्यम से तालाबों का पुनरुद्धार किया जाए। उन्होंने जनपद बलिया में राजकीय मेडिकल काॅलेज के लिए भूमि की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने वरासत दर्ज करने की समय-सीमा तय किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि जिलाधिकारी सम्पूर्ण समाधान दिवस में वरासत को समय-सीमा में दर्ज कराए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
जनप्रतिनिधिगण ने मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि इस बार राज्य सरकार के किए गए प्रयासों से जनपद बलिया के बैरिया क्षेत्र में बाढ़ का प्रभाव नहीं पड़ा। मुख्यमंत्री जी ने जनपद बलिया मंे कोविड-19 के सम्बन्ध में तैनात नोडल अधिकारी से संवाद कर कोविड-19 से बचाव एवं उपचार की स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने मण्डलायुक्त आजमगढ़ एवं जनपद आजमगढ़, बलिया तथा मऊ के जिलाधिकारियों से विकास योजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध मंे विस्तृत जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मण्डलायुक्त ने बताया कि आजमगढ़ मण्डल में 50 करोड़ रुपए से अधिक की 12 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है, जिनमें जनपद आजमगढ़/मऊ में लखनऊ-बलिया मार्ग, इलाहाबाद-जौनपुर-आजमगढ़ मार्ग के चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, राजकीय इंजीनियरिंग काॅलेज आजमगढ़, आजमगढ़ मंे घाघरा नदी पर सेतु का निर्माण, जनपद मऊ में लखनऊ-बलिया मार्ग का 4-लेन में चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, बलिया मंे एन0एच0-31 से शिवपुर दियर नम्बरी मार्ग पर गंगा नदी पर सेतु एवं पहुंच मार्ग, जनपद बलिया में घाघरा नदी पर पक्का पुल एवं पहुंच मार्ग आदि के निर्माण कार्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अमृत योजना के तहत जलापूर्ति, सीवरेज एवं सेप्टेज प्रबन्धन तथा पार्क के निर्माण कार्य किये जा रहे हैं। आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के तीन पैकेजों पर कार्य हो रहा है। यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने मण्डलायुक्त को निर्देश दिये कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के कार्याें को वे स्वयं रुचि लेकर देखें। यह भी देखें कि निर्माण प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 का कोई मामला न आने पाए। उन्होंने कहा कि गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए बैनामा करने वाले किसानों का पूर्ण भुगतान करा दिया जाए।
आजमगढ़ जनपद के जिलाधिकारी ने बताया कि 10 से 50 करोड़ रुपए के मध्य की लागत की 11 परियोजनाओं पर कार्य हो रहा है। मऊ के जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 10 से 50 करोड़ रुपए के मध्य की 11 परियोजनाएं संचालित हैं। इसी प्रकार बलिया के जिलाधिकारी ने बताया कि 10 से 50 करोड़ रुपए के मध्य की 11 परियोजनाओं पर कार्य हो रहा है।
इस अवसर पर वन मंत्री श्री दारा सिंह चैहान, खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री उपेन्द्र तिवारी, ग्राम्य विकास राज्यमंत्री श्री आनन्द स्वरूप शुक्ला, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव नियोजन श्री कुमार कमलेश, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका गर्ग, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव गन्ना विकास श्री संजय भूसरेड्डी, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग श्री नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव पर्यटन श्री जितेन्द्र कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री संजय प्रसाद, राहत आयुक्त श्री संजय गोयल, सचिव खनन श्रीमती रोशन जैकब, निदेशक सूचना श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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