देश-विदेश

पहली इंडिया स्किल्स जूनियर चैंपियनशिप में कक्षा 6 से 12 के 60 से अधिक विजेताओं को पुरस्कृत किया गया

भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के अतिरिक्त सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी के द्वारा 60 से अधिक विजेताओं को नकद पुरस्कार, प्रमाण पत्र और पदक देकर सम्मानित किये जाने के साथ स्कूली छात्रों के लिए देश की पहली कौशल प्रतियोगिता जूनियर स्किल्स 2021 का आज राजधानी में उत्साह के साथ समापन हुआ। एमएसडीई के तहत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) की एक पहल, जूनियर स्किल्स चैंपियनशिप स्कूली छात्रों के लिए भारत की कौशल प्रतियोगिता है, जिसे सीबीएसई के साथ साझेदारी में शुरू किया गया है।

स्वर्ण पदक विजेताओं को अक्टूबर 2022 में शंघाई की यात्रा करने का अवसर मिलेगा, जहां वे विश्व की प्रमुख कौशल प्रतियोगिता वर्ल्ड स्किल्स कंपटीशन का नजदीक से अनुभव करेंगे, इसप्रतियोगिता में विभिन्न देश कौशल के क्षेत्र में सर्वोत्तम सम्मान पाने के लिये भाग लेते हैं। इसके साथ ही, यह घोषणा की गई कि जूनियरस्किल्स के दूसरे संस्करण का नाम बदलकर इंडियास्किल्स जूनियर कर दिया जाएगा, और इसके एक नए लोगो का अनावरण किया गया।

प्रतिभागियों को बधाई देते हुए, श्री अतुल कुमार तिवारी, अतिरिक्त सचिव, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) ने कहा कि कौशल विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय युवा छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने और विशेषज्ञों से सीखने के लिए मंच तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है। जूनियरस्किल्स कम उम्र से ही बच्चों के अंदर कौशल प्राप्त करने की इच्छा जगाने की दिशा में एक और कदम है। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति, जिसका उद्देश्य व्यावसायिक शिक्षा को स्कूली पाठ्यक्रम में जगह देना है, को जूनियर स्किल्स जैसे आयोजनों के जरिये कारगर समर्थन मिलेगा जो छात्रों को उनकी पसंद के कौशल को सुधारने और राष्ट्र निर्माण में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगा।

सीबीएसई के निदेशक डॉ. बिस्वजीत साहा ने कहा कि कौशल देश की भविष्य के लिये विकास योजनाओं का मुख्य सहारा है। स्कूल स्तर पर कौशल प्रशिक्षण छात्रों को स्वतंत्र रूप से विचार करने वालों और समस्या का समाधान करने वालों के रूप में विकसित होने में मदद करेगा, और उन्हें भविष्य की किसी भी चुनौती के लिए तैयार करेगा। व्यावसायिक प्रशिक्षण छात्रों के विश्लेषणात्मक कौशल, सहयोग और टीम वर्क से अकादमिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में भी मदद करता है, जो अंततः समस्या के समाधान की योग्यता को विकसित करने में फायदेमंद होते हैं। उन्होने साथ ही कहा कि जूनियर स्किल्स स्कूली छात्रों को कम उम्र में व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने का एक प्रयास है जो उन्हें अपने करियर विकल्पों के बारे में अच्छी तरह से सोच समझकर निर्णय लेने में मदद करता है, और यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है।

एनएसडीसी के मुख्य वित्तीय अधिकारी श्री प्रकाश शर्मा ने कहा कि कौशल और शिक्षा छात्रों के विकास का अभिन्न अंग है जो उन्हें एक  उज्‍ज्‍वल भविष्य के लिए सशक्त बनाने में मदद करेगा। जूनियर स्किल्स जैसी प्रतियोगिताएं क्षमता आधारित शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और जीवन भर सीखने को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह चैंपियनशिप छात्रों के लिए अपनी अभिलाषाओं को प्रदर्शित करने और अपनी क्षमताओं को एक लाभकारी अवसर में बदलने के लिए उपयुक्त प्रशिक्षण प्राप्त करने का एक अवसर है। उन्होंने सभी विजेताओं को बधाई दी और कहा कि वो स्कूली छात्रों के लिए देश की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता के संचालन में एनएसडीसी और सीबीएसई का साथ देने वाले विशेषज्ञों, प्रशिक्षकों, सहयोगी संस्थानों, ज्यूरी और राज्यों को धन्यवाद देना चाहते हैं।

नई शिक्षा नीति (एनईपी 2020) जो कंटेंट पर जोर देने वाली पारंपरिक शिक्षा की जगह व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण पर जोर देती है,के अनुरूप जूनियर स्किल्स की योजना छात्रों को  21 वीं सदी के कौशल से अवगत कराने के लिये बनाई गई है। जूनियरस्किल्स चैंपियनशिप 2021 एक अग्रणी कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य व्यवसाय के चुनाव में मार्गदर्शन के लिए एक मंच तैयार करना और स्कूल स्तर पर तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा के एकीकरण को बढ़ाना है। चैंपियनशिप ने स्कूली छात्रों के बीच कौशल का स्तर बढ़ाया है और प्रतियोगिता के पहले वर्ष में उत्साहजनक प्रतिक्रिया प्राप्त की है। कक्षा 6-12 के दो लाख से अधिक छात्रों ने 10 उभरते व्यवसायों जैसे वेब टेक्नोलॉजी, आईटी सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन, विजुअल मर्चेंडाइजिंग, ग्राफिक डिजाइन, फैशन टेक्नोलॉजी, मोबाइल रोबोटिक्स, पेंटिंग एंड डेकोरेटिंग, सोलर एनर्जी, इनोवेटिव बिजनेस आइडियाज और फोटोग्राफी में पंजीकरण कराया।

जूनियरस्किल्स चैंपियनशिप 2021 के बारे में

जूनियरस्किल्स 2021 एक ऐसा मंच है जो व्यावहारिक शिक्षा पर जोर देता है और छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए प्रोत्साहित करता है और राष्ट्रीय स्तर पर उनकी क्षमताओं को  पहचान प्राप्त कराने और पुरस्कृत होने के लिए उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा तैयार होने का अवसर देता है। जूनियर स्किल्स 2021 की परिकल्पना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार की गई है, जिसमें स्कूल पाठ्यक्रम में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के एकीकरण पर जोर दिया गया है।

Related Articles

Back to top button