उत्तर प्रदेश

वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बस्ती मण्डल के विकास कार्यों की समीक्षा करते हुएः सीएम

लखनऊउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोरोना की चुनौती का सामना करते हुए सभी सावधानियां बरतकर विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। विकास परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा किए जाने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इससे लागत में कमी आती है और जनता को समय से इनका लाभ प्राप्त होता है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बस्ती मण्डल के विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में जनप्रतिनिधिगण तथा मण्डल के वरिष्ठ अधिकारी सम्मिलित थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने मण्डल के जनप्रतिनिधियों से संवाद स्थापित करते हुए मण्डल में संचालित विकास परियोजनाओं के सम्बन्ध में फीडबैक प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कलेक्ट्रेट भवन तथा विकास भवन का निर्माण इस प्रकार किया जाना चाहिए, जिससे जनपद स्तरीय समस्त अधिकारियों के कार्यालय वहां संचालित किए जा सकें। उन्होंने कलेक्ट्रेट भवन, बस्ती के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा कराए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद बस्ती में सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए अधिशासी अभियन्ता की सम्पत्ति जब्त किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में राज्य सरकार की जीरो टाॅलरेंस नीति है। भ्रष्टाचार में संलिप्त पाए गए लोगों के खिलाफ प्रदेश सरकार कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि सम्बन्धित अधिशासी अभियन्ता को पूर्व में ही सेवा से बर्खास्त भी किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद सिद्धार्थनगर तथा संत कबीर नगर पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। इन जिलों में पर्यटन विकास की व्यापक सम्भावनाएं हैं। इसी प्रकार जनपद बस्ती में मखौड़ा धाम आदि के पर्यटन विकास की योजना भी बनायी जाए। उन्होंने जनपद सिद्धार्थनगर में बौद्ध सर्किट के तहत गेस्ट हाउस तथा बुद्ध थीम पार्क के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सिद्धार्थनगर मेडिकल काॅलेज के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच एक टीम भेजकर कराए जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि जनपद सिद्धार्थनगर में जल निगम के कार्यों की जांच प्रबन्ध निदेशक जल निगम की अध्यक्षता में गठित टीम के माध्यम से करायी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना के तहत बस्ती मण्डल के जिलों के परम्परागत विशिष्ट उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी कार्य योजना तैयार की जाए। जनपद सिद्धार्थनगर में काला नमक चावल की खेती को जीरो बजट खेती से जोड़कर इसे बढ़ावा दिया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए फील्ड स्तर पर किए जा रहे प्रयासों पर सन्तोष व्यक्त करते हुए कहा कि जब तक इस रोग की कोई कारगर दवा अथवा वैक्सीन विकसित नहीं हो जाती, तब तक बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है। उन्होंने एल-2 कोविड चिकित्सालयों की संख्या बढ़ाने, इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को 24 घण्टे क्रियाशील रखने तथा काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग के कार्य को तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 से बचाव व सुरक्षा के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक किया जाए। इसके लिए विभिन्न प्रचार माध्यमों का उपयोग किया जाए। स्वास्थ्य विभाग, परिवहन विभाग तथा पुलिस द्वारा पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से कोविड-19 से सुरक्षा तथा यातायात सुरक्षा के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किया जाए। स्वच्छता कार्यक्रम को प्रभावी बनाया जाए। प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए प्रभावी प्रवर्तन की कार्यवाही की जाए। उन्हांेंने बस्ती मण्डल में संचारी रोगों के सम्बन्ध में पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्याप्त मैन पावर वाली एजेन्सियां ही कार्यदायी संस्था के रूप में कार्य करें। जिनके पास अपेक्षित संख्या में मैन पावर उपलब्ध न हो, उन्हें कार्यदायी संस्था न बनाया जाए। उन्होंने शासन एवं जनपद स्तर पर इस बात पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा कराने के लिए नोडल अधिकारी नामित किए जाएं। 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने पर यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट निर्गत किया जाए, जिससे शासन स्तर से धनराशि निर्गत की जा सके। उन्होंने कार्यों के भौतिक सत्यापन की व्यवस्था बनाए जाने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बरसात का मौसम समापन की ओर है। इसके दृष्टिगत मार्ग निर्माण से जुड़ी संस्थाएं तेजी से कार्य करते हुए 15 नवम्बर, 2020 तक सड़कों को गड्ढामुक्त करें। उन्होंने राम-जानकी मार्ग को मोटरेबल बनाए जाने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने विकास प्रक्रिया को पारदर्शिता के साथ संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में ई-टेण्डरिंग प्रणाली का उपयोग किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित आवासों तथा स्वच्छ भारत मिशन में बनाए गए शौचालयों का निर्माण पूर्ण होने पर उनकी जियो टैगिंग की जाए। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए पेयजल योजनाओं तथा हर घर नल योजना से जुड़े कार्यों को जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय करते हुए आगे बढ़ाया जाए। एफ0पी0ओ0 के गठन की प्रक्रिया में भी जनप्रतिनिधियों को जोड़ा जाए। उन्होंने अमृत योजना के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस योजना के अन्तर्गत विकसित पार्कों के रख-रखाव में स्वैच्छिक संस्थाओं को जोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश वापस आए श्रमिकों तथा कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए आत्मनिर्भर भारत पैकेज के माध्यम से कार्य किया जाए। इस सम्बन्ध में बैंकों से आवश्यक समन्वय स्थापित किया जाए। उन्होंने इस पैकेज के माध्यम से स्ट्रीट वेण्डर्स को भी लाभान्वित कराए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए जनपद व मण्डल स्तर पर नियमित समीक्षा करते हुए राजस्व में वृद्धि सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक जनपद में ग्राम सचिवालयों तथा सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जाना है। बस्ती मण्डल में इसके लिए तेजी से कार्यवाही किए जाने पर बल देते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों से समन्वय करते हुए प्रभावी प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि ग्राम सचिवालय गांधी जी के ग्राम स्वराज की अवधारणा को साकार करेगा। इसे आॅप्टिकल फाइबर से जोड़कर रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने गो-आश्रय स्थलों की सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने मनरेगा के माध्यम से नदियों के पुनरुद्धार, जल-जमाव को दूर करने तथा कृषि से जुड़े कार्यों को कराए जाने के निर्देश दिए। विकास कार्यों के लिए भूमि की उपलब्धता के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाओं के लिए भूमि की समय से उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इससे परियोजना को शीघ्र प्रारम्भ करते हुए निर्धारित समय अवधि में पूरा कराया जा सकता है।
बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि बस्ती मण्डल में 50 करोड़ रुपए से अधिक लागत की 04 परियोजनाएं हैं। इनमें जनपद बस्ती की 01, संत कबीर नगर की 01 तथा जनपद सिद्धार्थनगर की 02 परियोजनाएं सम्मिलित हैं। जनपद बस्ती में महर्षि वशिष्ठ मेडिकल काॅलेज के निर्माण कार्य की भौतिक प्रगति 91 प्रतिशत है। मेडिकल काॅलेज वर्तमान में संचालित है।
जनपद सिद्धार्थनगर में राजकीय मेडिकल काॅलेज का निर्माण कार्य प्रगति पर है। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु भी तेजी से निर्माणाधीन है। जनपद संत कबीर नगर में संत कबीर अकादमी की स्थापना करायी जा रही है। इस परियोजना का 55 प्रतिशत कार्य सम्पादित हो चुका है। आजमगढ़-गोरखपुर पूर्वांचल लिंक एक्सपे्रस-वे मण्डल के जनपद संत कबीर नगर में आंशिक रूप से गुजरेगा।
इस अवसर पर राज्य सरकार के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, ग्राम्य विकास मंत्री श्री राजेन्द्र प्रताप सिंह (मोती सिंह), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सतीश द्विवेदी, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका एस0 गर्ग, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव गन्ना विकास श्री संजय भूसरेड्डी, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव होमगाड्र्स श्री अनिल कुमार, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग श्री नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव पर्यटन श्री जितेन्द्र कुमार, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री दीपक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री संजय प्रसाद, सचिव भूतत्व एवं खनिकर्म श्रीमती रोशन जैकब, निदेशक सूचना श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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