उत्तर प्रदेश

समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान की आॅनलाइन कक्षाओं का किया निरीक्षण

लखनऊ: प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री जी द्वारा आज 06 जुलाई, 2021 को छत्रपति शाहू जी महाराज शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ मंे संचालित आनलाइन कक्षाओं का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय 46 छात्रों द्वारा सामान्य अध्ययन भूगोल विषय का आॅनलाइन अध्ययन किया जा रहा था। वर्तमान में लगभग 4000 छात्रों द्वारा आॅनलाइन प्रशिक्षण लिया जा रहा है तथा मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अन्तर्गत यूट्यूब पर उपलब्ध वीडियो से लाखों छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। श्री शास्त्री ने आॅनलाइन कक्षाओं के अन्तर्गत प्रथम चरण में 4000 से बढ़ाकर 10,000 किये जाने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया।
समाज कल्याण मंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण लाॅकडाउन की स्थिति पैदा हुई, ऐसी अवस्था में उत्तर प्रदेश के प्रतियोगी छात्र, जो कोटा तथा देश के अन्य राज्यों में कोंचिग प्राप्त कर रहे थे उनको निवास स्थान तक पहुंचाने का कार्य राज्य सरकार द्वारा किया गया। उसी समय यह महसूस किया गया कि यदि प्रतियोगी छात्रों को अपने घर के नजदीक ही यह सुविधा उपलब्ध करा दी जाए, जिससे ऐसे प्रतियोगी छात्र अपने परिवार से बहुत अधिक दूर न हों तथा उनको आर्थिक कठिनाई का सामना न करना पड़े। इस प्रकार की परिस्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे छात्रों को निःशुल्क प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना प्रारम्भ की गयी।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का मुख्य उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे सिविल सेवा परीक्षा, पीसीएस, जेईई, नीट, एनडीए, सीडीएस इत्यादि हेतु प्रतिभाशाली एवं उत्साही छात्रों को निःशुल्क साक्षात प्रशिक्षण/आॅनलाइन प्रशिक्षण/सलाह प्रदान किया जाना है। मुख्यमंत्री जी द्वारा यू0पी0 दिवस के अवसर पर 24 जनवरी, 2021 को सभी वर्गों के अभ्यर्थियों के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की घोषणा की गई थी।
उन्होंने बताया कि 16 फरवरी से 15 मार्च, 2021 तक सभी मण्डल मुख्यालयों पर आॅफलाइन एवं आॅनलाइन प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही थी। 15 मार्च, 2021 तक लगभग 5000 छात्र आॅफलाइन कक्षाओं में तथा 10,000 से अधिक छात्र आॅनलाइन कक्षाओं के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। कोरोना संक्रमण के कारण आॅनलाइन कक्षायें संचालित की जा रही हैं, जिसमें लगभग 5000 छात्रों द्वारा प्रशिक्षण लिया जा रहा है। अभ्यर्थी के लिए ीजजचेरूध्ध्ंइीलनकंलण्नचचण्हवअण्हचअण्पद पोर्टल पर पंजीकरण के उपरान्त लाॅगिन कर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बन्धित अध्ययन सामग्री उपलब्ध है। मुख्यमंत्री अभ्युदय पोर्टल पर कभी भी नवीन अभ्यर्थी अपना पंजीकरण कराकर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर मण्डलायुक्त के मार्गदर्शन में संचालित की जा रही है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा तथा भारतीय वन सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन की व्यवस्था है।
समाज कल्याण मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 9,640 प्रशिक्षार्थियों को टैबलेट वितरण का निर्णय लिया गया है। फरवरी और मार्च, 2021 में आयोजित प्रवेश परीक्षा की मेरिट के आधार पर छात्रों का चयन किया जायेगा। कोविड संक्रमण से जिनके अभिभावकोें की मृत्यु हुई है, उनको टैबलेट प्राथमिकता के आधार पर दिया जायेगा। यदि किसी कारणवश ऐसे छात्र प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित नहीं हुए हैं तो भी मण्डलायुक्त द्वारा ऐसे लाभार्थियों को चिन्हित कर इस योजना का लाभ प्रदान किया जाए।
उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबन्ध अकादमी द्वारा प्रशिक्षण हेतु कैलेन्डर तैयार किया गया है और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम तथा अध्ययन सामग्री मुख्यमंत्री अभ्युदय पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई है। योजना का पर्यवेक्षण सम्बन्धित मण्डलायुक्तांें द्वारा किया जा रहा है तथा मण्डल स्तर पर विषय विशेषज्ञों का पैनल तैयार किया गया है।

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