उत्तर प्रदेश

प्रदेश का गौरव तभी बढ़ेगा जब हर नारी को सम्मान मिलेगा: सतीश महाना

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना ने कहा कि प्रदेश का गौरव तभी बढ़ेगा जब हर नारी को सम्मान मिलेगा। महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए सरकार का प्रयास तभी सफल होगा, जब महिलाएं स्वयं जागरूक होंगी। इसके लिए महिलाओं को अपने अंदर विश्वास की भावना को जागृत करनी होगी। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में महिलाओं की जितनी अधिक भागीदारी होगी, उतनी तेजी से प्रदेश आर्थिक प्रगति की ओर आगे बढ़ेगा।
श्री महाना ने यह विचार आज अपने कार्यालय कक्ष में मिशन शक्ति के तहत भारी उद्योगों, काॅरपोरेट प्रतिष्ठानों एवं व्यापारिक संस्थाओं से वर्चुअल माध्यम से संवाद करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति कार्यक्रम सरकार और महिलाओं के बीच सीधे संवाद स्थापित करने की अनूठी पहल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व में महिलाओं की सुरक्षा के नये दौर की शुरूआत हुई है। उद्योग क्षेत्र में भी महिलाआंे की सहभागिता बराबर से सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने उद्यमियों से अपील करते हुए कहा कि उद्यमों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्हें आगे आना चाहिए।
औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा कि नई औद्योगिक नीति में महिला उद्यमियों के लिए विशेष प्राविधान किये गये हैं। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि महिला सुरक्षा की दृष्टि से प्रदेश में स्थापित सभी औद्योगिक क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। महिलाओं के सम्मान को कायम रखने के लिए कार्यस्थल पर पालनागृह बनाये जाय, ताकि बच्चों की भी अच्छी तरह देख-भाल हो सके। उन्होंने इसमें निजी क्षेत्र की सहभागिता भी सुनिश्चित करने की निर्देश दिए।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन ने कहा कि विश्व में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में महिलाओं की सक्रिय भूमिका रही है। कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान पर खासतौर से फोकस किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति कार्यक्रम के माध्यम से निवेश के माहौल को मजबूती मिलेगी। उन्होंने  मिशन शक्ति कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उद्यमियों का आह्वाहन करते हुए कहा कि जब सभी लोग सक्रिय रूप से जुड़ेंगे तभी यह मिशन सफल होगा।
अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास श्री आलोक कुमार ने कहा कि उद्योग क्षेत्र में महिला श्रम शक्ति सहभागिता बढ़ाने से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि होगी। इसके साथ ही महिलाएं उद्यम स्थापना से लेकर व्यापार के क्षेत्र में भागीदारी करेंगी और आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगी। उन्होंने अपने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अवगत कराया कि पूरे प्रदेश में मिशन शक्ति कार्यक्रम 180 दिन तक 24 विभागों द्वारा सभी 75 जिलों में चलाया जायेगा। मिशन शक्ति के अन्तर्गत राज्य के 822 ब्लाक, 59 हजार पंचायतों, 630 शहरी निकायों और 1535 थानों में व्यापक प्रचार-प्रसार का कार्य सुनिश्चित किया जायेगा, ताकि गांव से लेकर शहर तक महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के क्षेत्र में उन्हें जागरूक किया जा सके।
श्री आलोक कुमार ने कहा कि औद्योगिक विभाग द्वारा सभी औद्योगिक संगठनों एवं उद्यमियों के सहयोग से महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए वृहद स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम संचालित किये जायेंगे। इसके साथ ही उन्हें हेल्प लाइन संख्या 112, 1090, 102, 108 एंव 181 के बारे में भी अवगत कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि महिलाओं कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न और कानूनी अधिकार आदि के बारे में जागरूक किया जायेगा। कारपोरेट हाउस, एस0एम0ई0 एसोसिएशन एवं व्यावसायिक संस्थानों के माध्यम कार्य स्थल पर महिला उत्पीड़न की रोकथाम, लंैगिक समानता और महिला कर्मचारी की सुरक्षा का भी अभियान चलाया जायेगा।
सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास श्रीमती नीना शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए मिशन शक्ति के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। इनके अतिरिक्त कार्यक्रम में इण्डिया ग्लाइकाॅल लि0 के श्री बृज मोहन शर्मा, शुद्ध हाइजीन प्रा0लि0 के श्री अमर तुलसियान, केस न्यू हालैण्ड की श्रीमती संघमित्रा सरकार, लघु उद्योग भारती की मंजुला मिश्रा, सैमसंग इण्डिया इलेक्ट्रानिक प्रा0लि0 की श्रीमती पूजा अरोड़ा, ब्राइट मोटर्स की श्रीमती नीलम बजाज, करमा इंडस्ट्रीज की कविता निगम तथा टाटा मोटर्स की श्रीमती एकता वर्मा ने मिशन शक्ति कार्यक्रम के प्रशंसा करते हुए अपने बहुमूल्य सुझाव भी दिए।

Related Articles

Back to top button