उत्तर प्रदेश

अब भी दो गज दूरी-मास्क है जरूरी, कोरोना जैसे लक्षण पर जांच से न डरें

लखनऊ: प्रदेश में चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने आज कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता का प्रसार अभी भी जरूरी है। विश्व स्तर पर कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए एहतियात और बचाव जरूरी है। उन्होंने कहा बचाव के लिए अभी भी दो गज की दूरी और मास्क पहनना जरूरी है। खांसी, जुखाम, बुखार जैसे लक्षणों पर तुरंत जांच कराएं, जिससे समय पर इलाज हो सके। उन्होंने जांच कराने में देरी और संकोच न करने पर जोर दिया।
आलोक कुमार आज जूम वेबिनार पर कोविड-19 एवं संबंधित मुद्दों पर लखनऊ मण्डल के लिए सम्पन्न मीडिया अभिमुखीकरण कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए आलोक कुमार ने कहा कि लोगों में कोरोना के प्रति भय कम हुआ है ये एक सकारात्मक बात है, किन्तु इसके कारण लोगों ने सावधानी रखना कम कर दिया जो कि चिन्ताजनक है। उन्होंने कहा त्योहारों के अवसर पर बाजार आदि में भारी भीड़ रही और लोगों में मास्क के प्रयोग में भी सावधानी का अभाव दिखायी दे रहा था। इसलिए अब घर-घर तक मास्क को सही तरीके से लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और कोरोना जैसे लक्षण दिखने पर शीघ्र टेस्ट कराने से न डरने का संदेश देकर जागरूक करना आवश्यक हो गया है। उन्होंने मीडिया को आंकड़ों पर आधारित समाचार ही नही अपितु जनता में जागरूकता लाने वाले समाचारों को भी प्रमुखता से प्रकाशित करने की अपील की।
अपने सम्बोधन में आलोक कुमार ने कोविड संक्रमण के इस गम्भीर दौर में प्रतिबद्धता के साथ ड्यूटी करके सेवाएं उपलब्ध कराने में जुटे सरकारी अधिकारियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा इस दौर में हमने सरकारी ड्यूटी पर अपने काम को पूरी गम्भीरता से करते अधिकारियों और कर्मचारियों को देखा, जिन्होंने समय की चिन्ता न करते हुए कार्य करके इस आपदा से लड़ने में प्रदेश को सक्षम बनाया।
ज्ञात हो कि मण्डलीय स्तर पर जूम वेबिनार पर आयोजित की जा यह कार्यशाला 26 नवम्बर से 10 दिसम्बर के दौरान 10 मण्डलों में आयोजित की जायेगी। आज इसका आयोजन लखनऊ मण्डल के लिए किया गया जिसमें मण्डल के समस्त जिलों हरदोई, लखीमपुर, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर और उन्नाव के पत्रकारों ने प्रतिभाग कर अपने अनुभवों तथा आवश्यकताओं की जानकारी दी। अन्य 09 मण्डलों में कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, बरेली, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, गोरखपुर तथा चित्रकूट के जिलों को भी आगामी कार्यशालाओं में जोड़ा जायेगा।
वेबीनार कार्यशाला को डा0 संजीव कुमार कम्यूनिकेशन एक्सपर्ट, श्रीमती गीताली त्रिवेदी यूनीसेफ, डा0 कनूप्रिया सिंघल हेल्थ स्पेशलिस्ट यूनीसेफ उ0प्र0 द्वारा संचालित किया गया। वेबीनार में मण्डल के सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारी तथा संबंधित अधिकारी भी सम्मिलित हुए।

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