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भारतीय खेलों का भविष्य प्रशिक्षकों के हाथों में है: केंद्रीय खेल मंत्री

केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल तथा सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज कर्नाटक में  बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण के नेताजी सुभाष दक्षिणी केंद्र का दौरा किया और खेल प्रशिक्षण में एनआईएस डिप्लोमा के 58 वें बैच के शिक्षक दिवस समारोह में भाग लिया। भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक श्री संदीप प्रधान और साई, बेंगलुरु केंद्र की क्षेत्रीय निदेशक श्रीमती रितु पथिक भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थीं।

केंद्रीय खेल मंत्री ने इस कार्यक्रम में प्रशिक्षकों और एथलीटों को संबोधित करते हुए कहा के केंद्र सरकार ने खेल पर नए सिरे से जिस तरह से ध्यान केंद्रित किया है, उसके परिणाम हाल ही में संपन्न टोक्यो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक और पैरालंपिक में भारत के उत्साही प्रदर्शन से सामने आए हैं| श्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “भारत में खेलों का भविष्य प्रशिक्षकों के हाथों में निहित है। शिक्षक दिवस के अवसर पर, आइए एथलीटों को सर्वश्रेष्ठ  प्रशिक्षण देकर उन्हें और बेहतर रूप से तैयार करें तथा उन्हें आगे बढ़ाने का संकल्प लें और सुनिश्चित करें कि वे ओलंपियन स्तर के स्टार एथलीटों के रूप में आगे आएं।”

वर्तमान में एनसीओई योजना के तहत साई के बैंगलोर केंद्र में पांच विषयों में 160 से अधिक एथलीट उच्च कोटि का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं; इसके अलावा, 168 प्रशिक्षु कोच 9 विषयों में खेल प्रशिक्षण में डिप्लोमा कोर्स कर रहे हैं और जल्द ही युवा प्रशिक्षक के रूप में उत्तीर्ण हो कर बाहर निकलेंगे। साई उच्च कोटि के प्रशिक्षण में खेल विज्ञान के सहयोग पर भी बल दे रहा है जिसमें आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवीनतम शोध के साथ प्रशिक्षण प्रक्रियाओं का समर्थन करने के लिए हाल ही में युवा खेल वैज्ञानिकों की एक नई टीम भी शामिल की गई है।

इससे पहले खेल मंत्री के दौरे की शुरुआत साई बेंगलुरू के प्रशासनिक ब्लॉक में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुई। कार्यक्रम का समापन मंत्री महोदय द्वारा युवा एथलीटों के साथ बातचीत करने और उन्हें विश्व स्तर पर शीर्ष प्रदर्शन करने के लिए प्रयास करते रहने के लिए प्रेरित करने के साथ हुआ।

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