उत्तर प्रदेश

जब तक वैक्सीन नहीं आती है तब तक सभी लोगों को कोविड-19 के गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन अवश्य करे: अमित मोहन प्रसाद

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण कम हो रहा है, लेकिन संक्रमण प्रदेश में न बढ़ें इसके लिए सभी लोग मास्क पहनें, हाथ धोते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें तथा भीड़भाड़ क्षेत्रों से दूर रहें। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश में वैक्सीन आने पर सभी समुचित व्यवस्थाएं की जा रही है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में संक्रमण बढ़ने से प्रदेश के सीमावर्ती जनपदों में संक्रमण बढ़े थे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कन्टेनमेंट जोन तथा हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कमी आयी है। अब प्रदेश में हाॅटस्पाॅट 7816 तथा कन्टेनमेंट जोन 7791 है।
श्री सहगल ने बताया कि आर्थिक गतिविधियां और अधिक तेजी से बढ़ें, इसके लिए प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए तथा आर्थिक गतिविधियां को और बढ़ाने के लिए सरकार के प्रोत्साहन से नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयां खुल रही है। पुरानी इकाइयों को कार्यशील पूंजी की समस्या से निजात दिलाने के लिए बैंकों से समन्वय करके आत्मनिर्भर पैकेज में 4.37 लाख इकाईयों को रू0 11,062 करोड़ के ऋण बैंकों से समन्वय स्थापित कर स्वीेकृत कर वितरित किये जा रहे हैं। आत्मनिर्भर पैकेज में जो पूर्व से विद्यमान एमएसएमई इकाईयां उनकी कार्य पूंजी की समस्या, जीएसटी रिफण्ड की समस्या तथा विभागों से भुगतान की समस्या से निजात दिलाने के लिए विभाग द्वारा एमएसएमई साथी ऐप तथा उेउमेंजीपण्पद वेबसाइट भी शुरू की गयी है। प्रदेश में रोजगार के और अवसर सृजित करने के लिए तथा अधिक से अधिक नौजवानों को रोजगारों में लगाने के लिए नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के माध्यम से अभियान चला रही है और इस अभियान के अन्तर्गत 6.61 लाख नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयांें को 19,854 करोड़ का ऋण दिया गया है। उन्होंने बताया कि गत दिनों में लगभग 12,000 नई एमएसएमई इकाईयों को ऋण उपलब्ध कराया गया है। नई एमएसएमई इकाईयों से लगभग 25 लाख रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं, ये प्रक्रिया सत्त जारी रहेगी।
श्री सहगल ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर निरन्तर धान खरीद की समीक्षा की जा रही है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि किसानों के धान की खरीद समय से हो तथा उन्हें धान व मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य अवश्य मिले। धान और मक्का की खरीद का भुगतान 72 घंटे के अन्दर सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि जिलाधिकारी की यह जिम्मेदारी है कि किसानों को किसी प्रकार की समस्या न होे तथा क्रय केन्द्र सुचारू रूप से कार्य करे। किसानों का हित सर्वोपरि है। सरकार किसानों के साथ है, किसानों को हर सम्भव सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की अधिकारियो/कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। धान क्रय केन्द्र पर शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी की जिम्मेदारी होगी। धान क्रय केन्द्रांे पर जिलाधिकारी द्वारा निरन्तर अनुश्रवण तथा आकस्मिक निरीक्षण करे। किसानों से निरन्तर धान की खरीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक किसानों से 291.48 लाख कु0 धान की खरीद की जा चुकी है, जो पिछले वर्ष से डेढ़ गुना से भी अधिक है। प्रदेश में अब तक किसानों से 3,85,944 कु0 मक्का की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जल्द ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना से लगभग 02 करोड़ 16 लाख की धनराशि किसानों को शीघ्र ही उनके खाते में उपलब्ध करायी जायेगी।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,67,726 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 2,06,21,452 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 1824 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 21,374 कोरोना के एक्टिव मामले में से 9,850 लोग होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में अब तक 3,22,011 लोग होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं तथा 3,12,161 लोगों ने अपनी होम आइसोलेशन की अवधि पूर्ण कर ली है। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 2173 लोग ईलाज करा रहे हैं, इसके अतिरिक्त बाकी मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों मंे अपना ईलाज करा रहे हंै। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 2111 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। अब तक कुल 5,28,832 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में कोविड-19 का रिकवरी प्रतिशत 94.74 है। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 4,79,676 टीम दिवस के माध्यम से 3,01,05,445 घरों के 14,69,15,487 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय उपचार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल शुरू किया गया है। ई-संजीवनी के माध्यम से कल एक दिन में 1070 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। अब तक कुल 2,53,162 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सकीय परामर्श लिया।
श्री प्रसाद ने बताया कि कोविड की वैक्सीन आने पर उसे रखने के लिए कोल्ड चेन की व्यवस्था करने की कार्यवाही चल रही है। इसके साथ ही वैक्सीन को स्टोर करने के समुचित प्रबंधन किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आती है तब तक सभी लोगों को कोविड-19 के गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन अवश्य करे। कोविड-19 की वैक्सीन जबतक नहीं आ जाती तब तक बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है। उन्होंने कहा कि मास्क पहनें, हाथ धोते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें तथा भीड़भाड़ से दूर रहें। पहले से बीमार बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं को संक्रमण से बचाना होगा।

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