उत्तर प्रदेश

संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता: अमित मोहन प्रसाद

लखनऊ:  उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ श्री नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रदेश सरकार ने कोविड संक्रमण की रणनीति की निरन्तर समीक्षा की जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 के टेस्ट के और बढ़ाने के निर्देश दिये गये हैै। जिसके क्रम में आज 02 लाख टेस्ट किये गये है जिसे बढ़ाकर 2.50 लाख किया जा रहा है। आज लगभग 80 हजार आरटीपीसीआर के टेस्ट हुए है जिसको बढ़ाकर  1.50 लाख टेस्ट प्रतिदिन किये जाने के निर्देश दिये है। इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री जी ने सभी जिलाधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि निजी लैब की क्षमता को बढ़ाते हुए अधिक से अधिक टेस्ट किये जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी की समीक्षा बैठक में कहा कि आम जनता अफवाहों से बचे। प्रदेश में आॅक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति है। आॅक्सीजन की आपूर्ति के लिए कण्ट्रोल रूम बनाया गया है। निरन्तर आॅक्सीजन की आपूर्ति के संबंध मंे समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि आॅक्सीजन की सप्लाई वाली सभी कम्पनियों, फैक्टरियों से समन्वय स्थापित करके प्रदेश में आॅक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने 25 हजार रेमेडीसिवर इंजेक्शन अहमदाबाद से मंगायी जा चुकी है। इसके अलावा और भी प्रयास हो रहा है कि देश में कही भी रेमेडीसिवर इंजेक्शन उपलब्ध हो तो उसको लाकर प्रदेश के मरीजों के लिए उपलब्ध कराया जाए। दोनों व्यवस्थाओं में मुख्यमंत्री जी ने समीक्षा में सभी जनपदों में कोविड बेडों की संख्या बढ़ाये जाने के निर्देश दिये है। केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल पूर्णत कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित करने के निर्देश दिये है। दोनो अस्पताल कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित हो जायेंगे तो 2500 से 3000 बेडों की व्यवस्था लखनऊ में हो जायेगी। इसके साथ ही प्रयागराज, गोरखपुर वाराणसी तथा कानपुर में भी बेडों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये है। जहां भी निजी अस्पताल हो उनकों भी नियंत्रण में लेकर उन्हें भी कोविड अस्पतालों में परिवर्तित किया जाए। उन्होंने बताया कि कक्षा 1 से 12वीं की परीक्षाएं 20 मई, 2021 तक स्थागित किये गये है। उन्होंने ने बताया कि हर जनपद के गांव तथा शहर में क्वारेंटाईन सेन्टर बनाये जा रहे है। जहा पर प्रवासियों को इन सेन्टरों में रखा जायेगा। अधिक से अधिक टेस्ट करके संक्रमित व्यक्ति को समुचित इलाज मिले।
श्री सहगल ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण के दृष्टिगत टेस्ट अधिक से अधिक की जा रही है। प्रदेश में सर्विलांस का नया प्रयोग कर प्रत्येक परिवार तक पहंुच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड संक्रमण की जानकारी ली जा रही है। इस अभियान के तहत 15.63 करोड़ लोगों से संक्रमण की जानकारी ली गयी है तथा 3.75 करोड़ कोविड-19 के टेस्ट किये गये है। इतनी बड़ी संख्या में टेस्ट पूरे देश के किसाी राज्य में नहीं हुए है। इस प्रकार सर्विलांस अभियान के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनसंख्या में से लगभग 19.38 करोड़ लोगों तक सरकारी मशीनरी पहुची है। सर्विलांस के माध्यम से संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रयास हो कि नागरिकांे को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद किये जाने हेतु 6000 क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि एक नई व्यवस्था के तहत कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्र खोलने की अनुमति दी गयी है। उन्होंने बताया कि किसान उत्पादक संगठन 150 केन्द्रों के माध्यम से संचालित किया जायेगा। उन्होंने जिलाधिकारियों के द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्रों से जोड़कर गेहूं क्रय का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। यह व्यवस्था प्रदेश में पहली बार हो रही है। 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहू खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहू क्रय अभियान में अब तक 1.95 लाख मी0 टन से अधिक गेहूं खरीदा गया है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग का कार्य करते हुए, टेस्टिंग की क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,06,517 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 3,75,90,753 सैम्पल की जांच की गयी है। इसमें 89,964 सैम्पलों की जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 22,439 नये मामले आये है। प्रदेश में 1,29,848 कोरोना के एक्टिव मामले में से 66,528 लोग होम आइसोलेशन में हैं। निजी चिकित्सालयों में 2012 लोग तथा शेष मरीज चिकित्सालयों में इलाज भी करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विगत 24 घंटे में 4,222 तथा अब तक 6,27,032 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,03,413 क्षेत्रों में 5,34,246 टीम दिवस के माध्यम से 3,22,71,161 घरों के 15,63,94,254 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रदेश में 45 वर्ष सेे अधिक आयु वालों का कोविड वैक्सीनेशन किया जा रहा है। अब तक 86,24,856 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी तथा पहली डोज लेने वालों में से 14,26,472 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गयी हैं। इस प्रकार कुल 1,00,51,328 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने हेतु विभिन्न राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिकों को जनपदों में कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप क्वारन्टीन सेंटरों में रखा जायेगा। इन क्वारन्टीन सेंटरों में चिकित्सा सुविधाओं के साथ-साथ भोजन/शयन आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल को पूर्णतः डेडिकेटेड हॉस्पिटल के रूप में तैयार किया जायेगा। यह कार्य चरणबद्ध ढंग से होगा। नॉन कोविड मरीजों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। सभी लोग से अपील है कि कोविड-19 के प्रोटोकाल का पूर्णतः पालन करे। घर से निकलने पर मास्क लगाकर ही निकले। मास्क न लगाना एक दण्डनीय अपराध है। जिस पर आप पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा कोविड संक्रमण के नियंत्रण के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है। उन्होंने बताया कि संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें। अपने हाथ को साबुन-पानी से निरन्तर धोते रहें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने कहा कि घर के बड़े-बुजुर्गों का टीकाकरण अवश्य कराएं।

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