उत्तर प्रदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आया पहला बयान

उत्तर प्रदेश में सियासी गहमागहमी के बीच शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह मुलाकात पीएम मोदी के आवास 7, लोक कल्याण मार्ग में हुई। दोनों के बीच सवा घंटे तक बातचीत हुई। मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री आवास से बाहर निकले सीएम योगी ने पत्रकारों से कोई संवाद नहीं किया और सीधे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने उनके आवास की ओर निकल गए। हालांकि सीएम योगी ने शाम को एक बयान जारी कर अपनी बात कही।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात को शिष्टाचार बताया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की पहली लहर में प्रधानमंत्री के बताए गए ‘ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट’ के मंत्र को राज्य सरकार ने दूसरी लहर के दौरान भी अपनाए रखा, जिसके बेहतर परिणाम मिले और कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में सफलता मिली। सीएम योगी ने आक्सीजन एक्सप्रेस और भारतीय वायु सेना के विमानों से आक्सीजन टैंकर के परिवहन से प्रदेश में आक्सीजन की सुचारु उपलब्धता के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम केयर्स फंड के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के लिए आक्सीजन प्लांट की स्वीकृति से आक्सीजन उपलब्धता की स्थायी व्यवस्था करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों के लिए राज्यों को निःशुल्क कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का अभिनंदनीय निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री की निर्धन कल्याण को समर्पित पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को इस वर्ष माह मई में फिर शुरू किया गया है। उन्होंने प्रत्येक गरीब के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए इस योजना को दीपावली तक विस्तारित करने का निर्णय लिया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लगभग 15 करोड़ जरूरतमंद लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत निःशुल्क खाद्यान्न प्राप्त हो रहा है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार किसानों के कल्याण और उत्थान के लिए कृतसंकल्पित है। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने डीएपी खाद के लिए सब्सिडी में 140 प्रतिशत की वृद्धि की है।

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वर्ष 2021-22 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि किये जाने से किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य प्राप्त होगा और कृषि विविधीकरण को बढ़ावा मिलेगा। कोरोना कालखंड के दौरान किसानों के बैंक खातों में भेजी की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की आठवीं किस्त के तहत उत्तर प्रदेश के दो करोड़ 61 लाख से अधिक किसानों के खातों में 5,230 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि पहुंची है। जेएनएन

Related Articles

Back to top button