उत्तराखंड विधानसभा की सुरक्षा पुख्ता करने के निर्देश
देहरादून : उत्तर प्रदेश विधानसभा में विस्फोटक सामग्री मिलने की घटना के बाद उत्तराखंड विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था भी सख्त कर दी गई है। विधानसभा में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों और वाहनों की कड़ी जांच की जाएगी और बगैर प्रवेश पत्र के कोई परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। मंत्रियों और विधायकों के वाहनों में आने वाले लोगों को भी बगैर प्रवेश पत्र के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
लखनऊ में विधानसभा के भीतर विस्फोटक सामग्री मिलने की जानकारी शुक्रवार को सामने आने पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सुरक्षा से जुड़े हुए अधिकारियों के साथ देहरादून में उत्तराखंड विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा की। खासकर, दो दिन बाद राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए होने वाले मतदान के मद्देनजर सुरक्षा को पूरी तरह चाक चौबंद रखने के उपायों पर बैठक में चर्चा हुई।
विधानसभा सभागार में हुई बैठक में विस अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा महत्वपूर्ण संवैधानिक संस्था है, यहां की सुरक्षा व्यवस्था सर्वप्रथम है। उन्होंने कहा कि विधानसभा के प्रवेश द्वार पर बिना प्रवेश पत्र के प्रवेश पूर्णतया वर्जित रहेगा।
विस अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि विधानसभा में वे ही वाहन प्रवेश कर सकेंगे, जिन पर विधानसभा द्वारा जारी प्रवेश पत्र चस्पा होगा। मंत्रियों और विधायकों के वाहनों में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के पास अलग से प्रवेश पत्र होने पर ही उस व्यक्ति को विधानसभा में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
वाहनों की जांच के लिए द्वार पर अत्याधुनिक तकनीक से युक्त यंत्र व मशीनें सुरक्षाकर्मियों को उपलब्ध कराई जाएंगी। विस अध्यक्ष ने निर्देशित किया कि विधानसभा के रक्षकों, सचिवालय सुरक्षा दल एवं अति विशिष्ट व्यक्तियों के सुरक्षाकर्मियों को समय-समय पर सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण तथा हथियारों के संचालन का प्रश्क्षिण दिया जाए।
विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि विधानसभा में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा आसपास के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से जुड़े हुए लोगों का पुलिस द्वारा सत्यापन किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।