निर्धन छात्रों को मुफ्त तकनीकी शिक्षा दे रहे शैवाल
जर्मनी, दुबई, कुवैत, मलेशिया, जापान सहित कई देशों में सेवाएं दे चुके विकासनगर (कोटद्वार) निवासी शैवाल रावत गरीब छात्रों को मुफ्त तकनीकी शिक्षा दे रहे हैं।
कोटद्वार, [गौरव ममगाईं]: मिट्टी सोना उगलती है, जरूरत है तो बस लगन के साथ प्रयास करने की। कुछ ऐसे ही प्रयास कर देश के लिए भावी वैज्ञानिक तलाशने में जुटे हैं विकासनगर (कोटद्वार) निवासी शैवाल रावत। सूचना प्रौद्योगिकी सेक्टर से जुड़े शैवाल क्षेत्र के विद्यालयों में जाकर उन जरूरतमंद प्रतिभाओं को तलाश रहे हैं, जिनकी आंखों में वैज्ञानिक बनने का सपना तो है, लेकिन आर्थिक तंगहाली उनके सपनों में बाधक बन रही है। वर्तमान में शैवाल 12 जरूरतमंद मेधावियों को निश्शुल्क विज्ञान के गुर सिखा रहे हैं।
जर्मनी, दुबई, कुवैत, मलेशिया, जापान सहित कई देशों में सेवाएं दे चुके शैवाल चाहते तो मोटे पैकेज पर परदेश में ही ऐश कर सकते थे। लेकिन, उनके दिलोदिमाग में तो कुछ और ही चल रहा था। बेहतर कॅरियर को छोड़ उन्होंने अपनी माटी में लौट ऐसे बच्चों का भविष्य संवारने का निश्चय किया, जिनके सपनों पर वक्त भारी पड़ रहा था।
एक जनवरी 1985 को जन्मे शैवाल की स्नातक तक की शिक्षा कोटद्वार में हुई। 2008 में देहरादून से एमसीए करने के बाद 2014 तक उन्होंने देश-विदेश में अपनी सेवाएं दीं। लेकिन, माटी का प्रेम उन्हें वापस घर खींच लाया।
2014 में ही शैवाल ने कुछ मित्रों के सहयोग से कोटद्वार में डीसेंट बग इन्फोटेक प्रा.लि. के नाम से अपनी कंपनी शुरू की। वर्तमान में वह वेबसाइट डेवलप करने के साथ ही ऑनलाइन एजुकेशन भी देते हैं। इसके अलावा वह तकनीकी ज्ञान हासिल कर रहे युवाओं को विज्ञान में पारंगत भी कर रहे हैं। बीते तीन साल में शैवाल पॉलीटेक्निक व बीटेक के सौ से अधिक बच्चों को कोचिंग दे चुके हैं।