हंगामे की भेंट चढ़ी क्षेत्र पंचायत की बैठक
डोईवाला : डोईवाला क्षेत्र पंचायत की बैठक ग्राम प्रधानों के हंगामे की भेंट चढ़ गई। बैठक शुरू होते ही ग्राम प्रधानों ने सरकार द्वारा राज्य वित्त की किस्त काटे जाने को लेकर हंगामा किया। वहीं ग्राम प्रधानों ने ग्राम सभाओं को नगर निगम और नगर पालिका में शामिल किए जाने पर भी आपत्ति जताई। प्रधानों के विरोध के चलते क्षेत्र पंचायत की बैठक स्थगित करनी पड़ी।
डोईवाला विकासखंड सभागार में मंगलवार को क्षेत्र पंचायत की बैठक आयोजित की गई थी। ब्लॉक प्रमुख बीना देवी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में परियोजना निदेशक राजन ¨सह रावत, खंड विकास अधिकारी अनीता पवार, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे। जैसे ही सदन की कार्रवाई शुरू हुई वैसे ही भानियावाला के प्रधान शेर ¨सह सैनी, बागी के प्रधान पूर्णानंद तिवारी, कान्हरवाला के प्रधान नरेंद्र ¨सह नेगी आदि ने राज्य वित्त की किस्त काटे जाने को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। हरिपुरकला के प्रधान सत्येंद्र धामंदा, नथुवावाला के प्रधान हर्षमणि बिजल्वाण, ऋषिकेश की प्रधान अनीता असवाल ने 73वें संशोधन विधेयक के अनुसार प्रधानों को समस्त 29 विभाग सौपे जाने, प्रधानों को सम्मानजनक मानदेय दिलाए जाने राज्य वित्त की किस्त यथावत रखे जाने की मांग रखी। उसके बाद जिला पंचायत उपाध्यक्ष डबल ¨सह भंडारी, जिला पंचायत सदस्य हेमा पुरोहित, कनिष्ठ प्रमुख उर्मिला नेगी ने भी ग्राम पंचायतों के नगर निगम व नगरपालिका में विलय करने पर आपत्ति जताई। हंगामे के चलते अंत में क्षेत्र पंचायत की बैठक स्थगित करनी पड़ी। हालांकि क्षेत्र पंचायत सदस्य बैठक स्थगित के समर्थन में नहीं थे। बैठक में जीवनवाला के प्रधान सुंदर दास, बालावाला की प्रधान शबनम थापा, हर्रावाला के प्रधान हरीश अग्रवाल, चकतुनवाला के प्रधान धीरज भंडारी खदरी के प्रधान स्वरूप ¨सह पुंडीर, प्रतीतनगर की प्रधान शोभा रावत, जौलीग्रांट के प्रधान सागर मनवाल लच्छीवाला की प्रधान गीता सावन, भट्टोवाला के प्रधान सतीश, गुमानीवाला की प्रधान पुष्पा उनियाल, गौरीमाफी की प्रधान सुनीता रावत आदि शामिल थे।