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दिल्ली के अस्पतालों में 100 से ज्यादा डॉक्टर और कर्मचारी कोरोना संक्रमित

देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना ने आम आदमी को ही नहीं बल्कि कोरोना वॉरियर्स को भी बीमार कर दिया है. देशभर से ऐसे तमाम मामले सामने आए हैं जहां खुद डॉक्टर और नर्स कोरोना संक्रमित हो गए हैं. राजधानी दिल्ली में 14 अस्पतालों के 100 से ज्यादा डॉक्टर और नर्स कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. रविवार को भी एम्स और सफदरजंग समेत दिल्ली के पांच अस्पतालों में 14 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए. वहीं एम्स के कैंसर विभाग में तैनात एक नर्स और उसके दो बच्चे भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं.

इसके अलावा सफदरजंग के प्रसूति विभाग में तैनात एक नर्स, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज की एक नर्स और एक सफाई कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव हो गया है. वहीं बाबू जगजीवन राम अस्पताल में 4 डॉक्टर कोविड-19 संक्रमित हो गए हैं. इनके अलावा रोहिणी सेक्टर-6 के डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल में 8 डॉक्टर और नर्स कोरोना की चपेट में आ गए हैं. नरेला में दिल्ली कैट्स कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उसे निगरानी केंद्र में रखा गया है.

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिल्ली में अब तक 13 अस्पतालों से स्वास्थ्य कर्मचारियों के संक्रमित होने की जानकारी मिली है, लेकिन अब इस सूची में एक और रोहिणी सेक्टर-6 का डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल भी शामिल हो गया है. इस अस्पताल में कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित एक महिला और एक शख्स की मौत हुई है. जब महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था उस दौरान वह कोरोना संदिग्ध नहीं थी, लेकिन दो से तीन दिन बाद लक्षण मिलने पर डॉक्टरों ने उसकी जांच कराई तो वह संक्रमित मिली.

वहीं जिस शख्स की मौत हुई उसे किसी अन्य बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसके बाद उसकी मौत हो गई. मौत के बाद उस शख्स का कोरोना टेस्ट कराया गया. सोमवार को रिपोर्ट आई तो पता चला कि वह शख्स कोरोना पॉजिटिव था. इसके बाद अस्पताल और मृतक के परिवार में हड़कंप मचा हुआ है. रविवार को नोएडा स्थित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के केंद्र से रिपोर्ट मिलने के बाद 8 स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी अस्पताल में भर्ती किया गया है.

वहीं दिल्ली एम्स के निदेशक कार्यालय में एक शीर्ष अधिकारी भी खुद को क्वारंटीन कर चुके हैं. उनके ऑफिस में तैनात एक कर्मचारी के कोरोना संक्रमित होने के बाद इन्हें क्वारंटीन किया गया है. यह पहला ऐसा मामला है जो सीधे तौर पर किसी अस्पताल के प्रबंधन में शामिल अधिकारियों से जुड़ा है. सूत्रों के मुताबिक, अस्पताल प्रबंधन की बैठकों में शीर्ष अधिकारी के मौजूद होने के कारण अब बाकी अफसर भी अपनी कोरोना जांच कराना चाहते हैं. ये लोग क्वारंटीन नहीं हैं, लेकिन उन्होंने खुद को होम क्वारंटीन कर लिया है. एम्स की लैब में जल्द ही यह अपनी जांच करा सकते हैं. Source Catch News

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