दिव्यांग बच्चों को दिया जा रहा खाना खाने योग्य नहीं
देहरादून: नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ विजुअली हैंडीकैप्ड (एनआइवीएच) में दिव्यांग बच्चों को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब है। इसके अलावा इंस्टीट्यूट में साफ-सफाई की व्यवस्था भी ठीक नहीं है। यह गंभीर खुलासे रविवार को बाल आयोग की टीम के औचक निरीक्षण में हुए। टीम का कहना है कि यहां बच्चों को दिया जा रहा भोजन खाने योग्य ही नहीं है।
राजपुर रोड स्थित एनआइवीएच में औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य शैलेंद्र शेखर करगेती व शारदा त्रिपाठी ने संस्थान की व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो हैरत में पड़ गए। टीम ने यहां रहकर पढ़ाई कर रहे बच्चों से खाने के बारे में बात की तो उन्होंने खाने की गुणवत्ता को लेकर नाखुशी व्यक्त की। टीम ने जब खुद बच्चों के लिए बनाए गए खाने की जांच की तो पाया कि भोजन की गुणवत्ता बेहद निम्न है। इसके अलावा टीम को परिसर के साथ ही कक्षाओं में काफी गंदगी पसरी मिली। इस पर टीम ने संस्थान के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और कहा कि यहां दिव्यांग बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। टीम का यह भी कहना है कि एनआइवीएच प्रशासन ने निरीक्षण में उन्हें जरा भी सहयोग नहीं किया। आरोप यह भी है कि उन्होंने संस्थान पहुंचकर निदेशक व अन्य पदाधिकारियों को फोन पर सूचना दी, लेकिन एक घंटा प्रतीक्षा करने के बाद भी कोई मौके पर नहीं पहुंचा।