उत्तर प्रदेश

मुख्तार अंसारी से बेटे उमर ने की मुलाकात, बोला- भाजपा नेता को बचाने के लिए पिता को प्रताड़ित कर रही सरकार

जेल में बंद मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) से गुरुवार को उसके बेटे उमर ने मुलाकात की। उसने सरकार पर जहां प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। उमर ने कहा कि उसके पिता मुख्तार (Mukhtar Ansari) को जान से मारने की साजिश रची जा रही है। वह इसका उच्च न्यायालय में राजफाश करेंगे। जरूरत पड़ी तो उच्चतम न्यायालय में जाएंगे। भाजपा नेता बृजेश सिंह को बचाने के लिए कानून से उठकर काम किया जा रहा है।

मंडल कारागार में बंद पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) से गुरुवार सुबह दस बज कर 17 मिनट पर अपने अधिवक्ता के साथ पुत्र उमर अंसारी मुलाकत करने पहुंचा था। जिसमें आरटीपीसीआर रिपोर्ट व अन्य पत्रावालियों को देखने के बाद उसकी दोपहर में मुलाकात हो सकी। मुलाकात करने के बाद एक बजकर 20 मिनट पर उमर अंसारी ने बाहर निकल कर बताया कि उनके बीच में बहुत सी बातें हुई हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण उनके पिता को जान से मारने की साजिश रचे जाने की है। कोर्ट में इस बात को सामने लाने के बाद वह इसका जिक्र मीडिया के सामने भी करेंगे। उनके परिवार के ऊपर लगाए जा रहे मुकदमें के सवाल पर उमर ने बताया कि पूर्वांचल के चड्डी नामक एक गांव में जो गोलीकांड हुआ था। उसमें उनके पिता मुख्तार (Mukhtar Ansari) गवाह हैं। यदि वह भाजपा नेता के विरुद्ध गवाही दे देंगे तो उनका क्या होगा। इसी के चलते उनको प्रताडि़त करने की कार्रवाई की जा रही है। जिससे बृजेश सिंह को बचाया जा सके। इसी क्रम में पिता (Mukhtar Ansari) व उनके परिवार के ऊपर मुकदमे लगवाए जा रहे हैं। कानून से ऊपर हटकर काम किया जा रहा है। जो कि गलत है। अब वक्त आ  गया है। जनता इसका खुद जवाब देगी।

वकील की नहीं हुई मुख्तार से मुलाकात : बताते चलें कि उमर अंसारी के साथ उनके एक अधिवक्ता भी आए थे। जिनकी मुलाकात नहीं हुई है। जेल के अंदर मुख्तार (Mukhtar Ansari) व उमर के बीच मुलाकात के समय सीसीटीवी कैमरे सक्रिय रहे हैं। बंदी रक्षक भी सुरक्षा के लिहाज से सर्तकता बरत रहे थे। जेलर पीके त्रिपाठी ने बताया कि जेल नियामवली के हिसाब से मुलाकात कराई गई है।

सरकार की मंशा से एक दिन पहले मुलाकात से रोका : उमर अंसारी ने बताया कि वह बुधवार को भी मुलाकात करने के लिए समय पर साढ़े दस बजे बांदा आया था। इसमें गोरखपुर से नए आए इंस्पेक्टर बीबी सिंह ने कागजी कार्रवाई के नाम पर बाहर ही रोक लिया था। उनका कहना था कि ऊपर आदेश मिले हैं। इससे साफ जाहिर है कि सरकार की मंशा से सब किया जा रहा है। जबकि उसका कहना था कि मुलाकात की पर्ची काटने का समय निकला जा रहा है। इससे उसे जाने दिया जाए। इसी में देर होने से कल मुलाकात नहीं कराई गई थी। जबकि सप्ताह में एक बार दो लोग मुलाकात कर सकते हैं।

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