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राज्यपाल ने किया 40वीं राष्ट्रीय जनसंपर्क सम्मेलन का समापन

देहरादून: देहरादून में पहली बार तीन दिवसीय राष्ट्रीय जनसंपर्क समेलन का समापन बहुत ही भव्य तरीके के साथ हुआ। यह आयोजन पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर द्वारा आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन तीसरे दिन समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बेबी रानी मौर्य माननीय राज्यपाल उत्तराखण्ड सरकार व विशिष्ट अतिथि प्रकाश पंत माननीय वित्त मंत्री उत्तराखण्ड सरकार ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम राष्ट्रगान गाया गया तत्पश्चात् नंदा राज-जात यात्रा की सुन्दर प्रस्तुति दी गयी।   मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने गंगा को साफ रखने के लिए संदेश व हस्ताक्षर भी किये।

40वीं राष्ट्रीय जनसंपर्क सम्मेलन के समापन के अवसर पर माननीय राज्यपाल ने 25 राज्यों से आये विशेषज्ञों का देवभूमि में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हिमालय और गंगा हमारे लिए माता-पिता के समान है। हमें गंगा माता की रक्षा करनी चाहिए। उसे स्वच्छ रखना चाहिए हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने आस-पास की साफ सफाई करें व गंगा में गंदे कपड़े व सामान न डालें। तभी हमारी गंगा साफ हो सकती है। माननीय राज्यपाल ने कहा कि हिमालय में कई प्रकार की औषधियां प्राप्त होती है यदि हम हिमालय के बारे न सोचेंगे तो हमें यह जड़ी बुटियों व औषधियों का खोना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मुझे अत्यधिक प्रशंसा हो रही है कि हमारे राज्य में विभिन्न शहर से जनसंपर्क अधिकारी आये है और उन्होंने मिलकर यह सम्मेलन सफल बनाया है में सभी का धन्यवाद देती हूं।

विशिष्ट अतिथि प्रकाश पंत वित्त मंत्री उत्तराखण्ड सरकार ने भी सभी लोंगो को बधाई दी और कहा कि जनसंपर्क अधिकारी का कार्य अपने संस्थान या विभाग का प्रचार-प्रसार करना होता है और यह कार्य आप लोग बखूबी कर रहे हो। उन्होंने पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के सभी लोगों को बधाई दी।

40वीं राष्ट्रीय जनसंपर्क सम्मेलन के समापन पर राज्यपाल ने बैस्ट पीआरएसआई चैप्टर का अवार्ड अहमदाबाद को दिया गया। इसी कड़ी में कई पुरस्कार दिये गये। राज्यपाल द्वारा पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के सभी सदस्यों को सम्मानित भी किया गया।

तीसरे दिन के पहले सत्र में पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज जी ने कहा कि हमारे राज्य में पर्यटन के हिसाब से अपार संभावनाऐं हैं। यहां चौपता, औली, जोशीमठ, चार धाम व अन्य कई प्रसिद्ध स्थान हैं जहां पर्यटक आकर आनन्द ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि यहां स्कींईग की भी अपार संभावनाऐं हैं। हाइड्रो पावर की उत्पाद क्षमता भी उत्तराखण्ड में भी इसका उदाहरण टिहरी लेख के रूप में उपस्थित है। उन्होंने पीआरएसआई के विभिन्नि राज्यों से आये जनसंपर्क अधिकारियों को उत्तराखण्ड दोबारा आने का निमंत्रण दिया।

40वीं राष्ट्रीय जनसंपर्क सम्मेलन के समापन के अवसर पर यूकास्ट के निदेशक राजेन्द्र डोभाल ने इस सम्मेलन में शामिल होने वाले सभी अतिथियों, गणमान्यों, प्रयोजकों का धन्यवाद किया।

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