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वे कांग्रेस से कोई पद नहीं मांग रहे थे : प्रशांत किशोर

दिल्ली। रणनीतिकार प्रशांत किशोर इस समय देश की राजनीति के केंद्र में चल रहे हैं. उनका कांग्रेस में शामिल ना होना कई तरह की अटकलों को हवा दे गया है. उनके अगले कदम को लेकर भी अब सवाल उठने लगे हैं. इन तमाम पहलुओं पर अब आजतक ने प्रशांत किशोर से सीधी बात की है. प्रशांत किशोर ने साफ कर दिया है कि वे कांग्रेस से कोई पद नहीं मांग रहे थे. उन्हें परिवर्तन लाने के लिए कुछ ताकत जरूर चाहिए थी, लेकिन उनकी तरफ से कोई डिमांड नहीं रखी गई थी. वे सिर्फ इतना चाहते थे कि उनके बताए सुझावों पर अगर सहमति बन जाए तो फिर पीछे हटने के बजाय तुरंत उन्हें जमीन पर लागू किया जाए.

इसके अलावा प्रशांत किशोर से उनकी अलग-अलग पार्टी में रही पारी को लेकर भी सवाल दागा गया. इस पर प्रशांत कहा कि उन्होंने जेडीयू को छोड़ा नहीं था. उनकी तरफ से एक बार भी ऐसी पेशकश नहीं की गई थी. बल्कि उन्हें तो मारकर निकाल दिया गया था.

अब प्रशांत किशोर का ये बयान काफी मायने रखता है क्योंकि जेडीयू एकलौती वो पार्टी है जिसमें प्रशांत सक्रिय रूप से शामिल हो गए थे. वे कुछ समय के लिए पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तक रहे. उन्होंने साल 2018 में जेडीयू की सदस्यता ली थी. लेकिन नीतीश कुमार संग उनकी ये राजनीतिक पारी ज्यादा लंबी नहीं चली और उन्होंने 2020 में पार्टी छोड़ दी. अब अपने उसी कदम पर प्रशांत बता रहे हैं कि उन्हें मारकर पार्टी से निकाल दिया गया था.

वैसे बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर की तरफ से बीजेपी की आगे की रणनीति को लेकर भी बात की गई. जब सवाल पूछा गया कि बीजेपी की तरफ से अगला पीएम उम्मीदवार कौन हो सकता है. इस पर उन्होंने सीधा जवाब देने के बजाय ये कहा कि पार्टी का एक सेट पैटर्न देखने को मिल रहा है. पहले आडवाणी-वाजपेयी की जोड़ी रहती थी, फिर आडवाणी-मोदी की जोड़ी बनी और अब मोदी-शाह की जोड़ी दिख जाती है. ऐसे में एक पैटर्न देखने को मिल रहा है.

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