उत्तर प्रदेश

समाजवादी पार्टी का सदस्यता अभियान उत्तर प्रदेश ही नहीं अन्य प्रदेशों में भी बड़ी तेजी से चल रहा: राजेंद्र चौधरी

समाजवादी पार्टी का सदस्यता अभियान उत्तर प्रदेश ही नहीं अन्य प्रदेशों में भी बड़ी तेजी से चल रहा है। गत 15 अप्रैल 2017 को राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने स्वयं पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर इस अभियान की शुरूआत की थी। एक महीने के अंदर 60 लाख से ज्यादा सदस्य बनाए जाने की सूचना है। सदस्यता अभियान की अंतिम तिथि 15 जून 2017 है।
प्राप्त सूचनानुसार प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अब तक 45 लाख सदस्य बनाए जाने की रिपोर्ट मिली है। आॅनलाइन/ मिस्डकाॅल के माध्यम से सदस्यता भर्ती में भी बड़ी संख्या में लोग रूचि ले रहे हैं। अब तक इससे 10 लाख सदस्यों की भर्ती हुई है। यही नहीं पश्चिमी बंगाल, असम, ओडिसा, राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तराखण्ड, आंध्र प्रदेश, झारखंड़ में भी सघन सदस्यता अभियान चल रहा है।
समाजवादी पार्टी के सदस्यता अभियान के अंतर्गत विश्वविद्यालयों के परिक्षेत्र में सदस्यता शिविर लगाए गए है। इनमें हजारों छात्र-छात्राओं ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। तमाम महाविद्यालयों में भी सदस्यता अभियान चल रहा है। युवा संगठन के पदाधिकारी पूरी सक्रियता से इसमें जुटे है। महिला, अल्पसंख्यक तथा अन्य प्रकोष्ठों के पदाधिकारी भी अपने-अपने क्षेत्रों में सदस्य बना रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के इस अभियान को गति देने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में तो सदस्यता प्रभारी बनाये ही गए है। अन्य प्रदेशों में भी जाकर पार्टी के नेता सदस्यता अभियान चलाने में सहयोग दे रहे है। पार्टी का सदस्यता शुल्क मात्र 20 रूपये है जबकि सक्रिय सदस्य बनने के लिए 25 अन्य सदस्य भी बनाने होते हैं। पार्टी के सक्रिय सदस्य ही पार्टी संगठन में पदाधिकारी बन सकेंगे। समाजवादी पार्टी की सदस्यता के लिए फोन नं0 78599-99999 पर मिस्डकाॅल देना होगा जबकि आॅनलाइन www.samajwadiparty.in.join से सदस्य बना जा सकता है।
स्मरणीय है, पिछली बार समाजवादी पार्टी का सदस्यता अभियान 01 जुलाई 2014 से 30 सितम्बर 2014 तक चला था। उस अवधि में 75 लाख प्रारम्भिक और 1,44,000 सक्रिय सदस्य बने थे। इन सबकी अवधि 30 जून 2017 को समाप्त हो रही है। पार्टी की सदस्यता अवधि पहले 3 वर्ष थी जो अब संविधान संशोधन के बाद 5 वर्श हो गई है। पदाधिकारियों का कार्यकाल भी अब 5 वर्ष का होगा।
श्री राजेंद्र चौधरी का कहना है कि समाजवादी पार्टी भारत के संविधान के प्रति सच्ची निष्ठा रखती है और गांधी तथा डाॅ0 लोहिया के आदर्शो से प्रेरणा लेकर लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता एवं समाजवाद में आस्था रखती है। समाजवादी पार्टी का विश्वास आर्थिक एवं राजनैतिक सत्ता के विकेंद्रीकरण में है।
समाजवादी पार्टी शांतिमय तथा लोकतंात्रिक तरीकों से विरोध प्रकट करने के अधिकार को मान्यता देती है। इसमें सत्याग्रह तथा शांतिपूर्ण विरोध शामिल है। धर्म पर आधारित राज्य में आस्था रखने वाले किसी भी संगठन का कोई सदस्य समाजवादी पार्टी का सदस्य नहीं हो सकेगा। समाजवादी पार्टी का महिलाओं, दलितों, अल्पसंख्यकों एवं पिछड़ों के लिए विशेष अवसर के सिद्धांत में विश्वास है। समतापूर्ण समाज की स्थापना के लिए पार्टी इसे जरूरी समझती है।

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