उत्तर प्रदेश

21वीं सदी टेक्नोलॉजी की सदी, हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का समावेश हो चुका: मुख्यमंत्री

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि 21वीं सदी टेक्नोलॉजी की सदी है। हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का समावेश हो चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत 09 वर्षों में भारत ने इनोवेशन एवं स्टार्टअप के माध्यम से विश्व पटल पर एक विशिष्ट पहचान बनाई है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर जनपद गौतमबुद्धनगर में आयोजित वर्ल्ड रोबोटिक्स चैम्पियनशिप-टेक्नोजियान के सप्तम संस्करण के समापन कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ‘टेक्नोजियान वर्ल्ड कप’ का सप्तम संस्करण विश्व की सबसे बड़ी रोबोटिक्स चैम्पियनशिप है। इसका आयोजन ऑल इण्डिया काउंसिल फॉर रोबोटिक्स एण्ड ऑटोमेशन द्वारा किया गया। रोबोटिक्स चैम्पियनशिप में 22 देशों की 1,288 टीमों ने प्रतिभाग किया। इसमें 11,600 युवाओं ने 09 श्रेणियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारा देश स्टार्टअप की दुनिया का विशिष्ट देश बन चुका है। स्टार्टअप इण्डिया, स्टैण्डअप इण्डिया, अटल इनोवेशन मिशन, पी0एम0 रिसर्च फेलोशिप जैसे कार्यक्रमों ने देश के युवाओं के लिए सम्भावनाओं के नए द्वार खोले हैं। इसमें उत्तर प्रदेश भी देश के अग्रणी राज्यों में सम्मिलित है। प्रदेश में देश-विदेश के बड़े उद्यमी, निवेशक और अन्तरराष्ट्रीय कम्पनियां बड़ी मात्रा में निवेश कर रही हैं। विगत फरवरी माह आयोजित यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
उत्तर प्रदेश की ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना’ वर्तमान में एक स्टार्टअप की तरह उभरकर विशिष्ट एवं प्रसिद्ध उत्पादों को जनमानस तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्पित है। इस सम्बन्ध में राज्य सरकार की नीति भी स्पष्ट है। मजबूत बुनियादी ढांचा विकसित करते हुए उत्तर प्रदेश विश्वस्तरीय स्टार्टअप ईको-सिस्टम स्थापित करने की ओर तेजी से अग्रसर है।
राज्य में स्टार्टअप ईको-सिस्टम को सुदृढ़ बनाने तथा उद्यमिता संस्कृति के विकास के लिए उत्तर प्रदेश स्टार्टअप नीति-2020 में संशोधन करते हुए स्टार्टअप्स के मासिक भरण-पोषण भत्ते तथा सीड कैपिटल/विपणन सहायता की धनराशि को बढ़ाया गया है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना को साकार करने तथा नई पीढ़ी के बेहतर भविष्य के लिए देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में वर्तमान की नवीन आवश्यकताओं के अनुरूप ड्रोन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इण्टेलिजेंस, रोबोटिक्स, थ्रीडी प्रिण्टिंग, साइबर सिक्योरिटी, इण्टरनेट ऑफ थिंग्स जैसे सेक्टरों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने व्यावसायिक शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि के उद्देश्य से 150 चयनित आई0टी0आई0 को अपग्रेड करने के लिए टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ एक एम0ओ0यू0 पर हस्ताक्षर किए हैं। प्रदेश के 02 करोड़ युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए उन्हें टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने ‘उत्तर प्रदेश सूचना प्रौद्योगिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी जनित सेवा नीति-2023’ अनुमोदित की है। इस नीति का उद्देश्य आई0टी0 सिटी, आई0टी0 पार्क्स तथा आर्टिफिशियल इण्टेलिजेंस, ब्लॉक चेन, बिग डाटा, क्लाउड कम्प्यूटिंग तथा इण्टरनेट ऑफ थिंग्स जैसी उदीयमान प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में उत्कृष्टता के केन्द्रों की स्थापना से राज्य में तकनीकी बदलाव की दिशा में सहयोग को प्रोत्साहित करना है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने प्रतिभागी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री जी के समक्ष वर्चुअल माध्यम से ‘टेक्नोजियान वर्ल्ड कप’ में रूस, ब्राजील सहित विभिन्न देशों के प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किये। मुख्यमंत्री जी ने रोबोटिक्स प्रतियोगिता के फाइनल राउण्ड का वर्चुअल माध्यम से अवलोकन किया।

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