उत्तर प्रदेश

परिवहन विभाग की 6,130 बसों के द्वारा 6,18,899 लोगों ने यात्रा की: अवनीश कुमार अवस्थी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये है कि सभी जनपदों में तैनात स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक व संयुक्त निदेशक स्तर के नोडल अधिकारी कोविड-19 अस्पतालों की सभी व्यवस्थाओं की नियमित माॅनीटरिंग करें। उन्होंने कहा है कि अस्पतालों में चिकित्सकों तथा नर्सिंग स्टाफ द्वारा नियमित राउण्ड लिया जाए। पैरामेडिक्स द्वारा रोगियों की माॅनिटरिंग की जाए। कोविड तथा नाॅन कोविड अस्पतालों सहित समस्त चिकित्सालयों, मेडिकल काॅलेज एवं चिकित्सा संस्थानों में आॅक्सीजन की सुचारु व्यवस्था उपलब्ध रहनी चाहिए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने प्रत्येक शनिवार तथा रविवार को पूरे प्रदेश में स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन के विशेष अभियान को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि स्वच्छता तथा सेनिटाइजेशन के कार्य को सफल बनाने के लिए आवश्यक है कि प्लास्टिक के प्रयोग को हतोत्साहित किया जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि निर्धारित मानक से कम के प्लास्टिक पर लगाये गये प्रतिबंध का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये है कि सभी जिलाधिकारी अपने जनपद में मुख्य सचिव द्वारा जारी शासनादेश के अनुसार सोमवार से शुक्रवार से प्रातः 09 बजे से रात्रि 09 बजे तक बाजार का खोला जाना सुनिश्चित करे।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाकर 50,000 प्रतिदिन किये जाने के निर्देश दिये है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश देश में कोरोना जांच करने वाले प्रदेशों में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनसंख्या के आधार पर प्रदेश में कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या एवं मृत्यु दर अन्य प्रदेशों की अपेक्षा काफी कम है। उन्होंने बताया कि कोरोना जांच के लिए प्रदेश की सभी लैब्स में माइक्रोबायोलाॅजिस्ट एवं अन्य पदों पर नियुक्तियां की गयी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये है कि प्रत्येक जनपद में कोविड-19 की व्यवस्था की जाये। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही गाजियाबाद में भी कोविड-19 जांच हेतु नयी लैब क्रियाशील हो जायेगी।
श्री अवस्थी ने बताया कि कोविड-19 की जांच करने वाले अग्रणी प्रदेशो में तमिलनाडु द्वारा 17,00,000, महाराष्ट्र द्वारा 13,00,000, उत्तर प्रदेश द्वारा 12,77,241, आंध्र प्रदेश द्वारा 12,00,000, राजस्थान द्वारा 11,00,000, कर्नाटक द्वारा 8,56,100, दिल्ली 6,92,800, पश्चिम बंगाल द्वारा 6,27,400, गुजरात द्वारा 4,70,300 तथा तेलगांना द्वारा 1,81,800 लोगों की जांच अभी तक की गयी है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, अमरोहा तथा झांसी में कोविड-19 के दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये। उन्होंने पुलिस कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखे जाने पर बल देते हुए कहा है कि प्रवर्तन की कार्यवाही में जाने वाले पुलिसकर्मी ग्लव्स, मास्क व सेनिटाइजर का उपयोग करें। इसके साथ ही बैरक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी प्रोटोकाॅल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाये।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि आकाशीय बिजली से होने वाली जनहानि को रोकने के लिए तकनीक का प्रयोग किया जाए। यह तकनीक ऐसी हो, जिससे न्याय पंचायत स्तर पर एलर्ट जारी कर लोगों की जान को बचाया जा सके। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों को गौ आश्रय स्थल का नियमित निरीक्षण करते हुए गौवंश के स्वास्थ्य परीक्षण तथा हरे चारे की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि गृह विभाग की धारा 188 के तहत 1,10,343 एफआईआर दर्ज करते हुये 2,60,945 लोगों को नामजद किया गया है। प्रदेश में अब तक 94,17,045 वाहनांे की सघन चेकिंग में 63,055 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 45,79,18,342 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 999 लोगों के खिलाफ 747 एफआईआर दर्ज करते हुए 357 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि फेक न्यूज के तहत अब तक 1827 मामलों को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गई है। 15 जुलाई को कुल 12 मामले, जिनमें ट्विटर के 10, फेसबुक के 02 मामले को संज्ञान में लिया गया हंै तथा साइबर सेल को आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित किया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 4388 हाॅट स्पाॅट के 863 थानान्तर्गत 10,73,284 मकानों के 61,91,285 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅट स्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजीटिव लोगों की संख्या 14,107 है। इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन किये गये लोगों की संख्या 11,264 है। उन्होंने बताया कि उद्योग विभाग की सूचना के अनुसार निर्माण कार्यों से जुडे़ 18.17 लाख श्रमिकों, नगरीय क्षेत्र के 8.91 लाख श्रमिकों तथा ग्रामीण क्षेत्रों के 6.74 लाख निराश्रित व्यक्तियों को रु0 1,000-1,000ध्- के आधार पर कुल 33.82 लाख लोगों को 338.20 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। निर्माण कार्यों से जुडे़ 16.72 लाख श्रमिकों को द्वितीय किश्त का भी भुगतान किया जा चुका है। प्रदेश की पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेन्ट एवं मास्क सहित कुल 97 इकाईयां क्रियाशील हैं। प्रदेश में 1127 फ्लोर मिल, 503 तेल मिल एवं 350 दाल मिल संचालित की जा रही है। श्री अवस्थी ने बताया कि कल परिवहन विभाग की 6,130 बसों द्वारा 6,18,899 लोगों ने यात्रा की।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। कल प्रदेश ने एक नया बेंचमार्क स्थापित करते हुए एक दिन में सर्वाधिक 45,302 सैम्पल की जांच करने का नया रिकार्ड बनाया है। इस प्रकार कोविड-19 की जांच में 12 लाख का आकड़ा पार करते हुए प्रदेश में अब तक कुल 12,77,241 सैम्पल की जांच की गयी है। इससे प्रदेश कोरोना टेस्ट में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक टेस्ट करने वाले राज्यों में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश अब तमिलनाडु एवं महाराष्ट्र से ही पीछे है शीघ्र ही प्रदेश टेस्टिंग में देश में दूसरे स्थान पर आ जायेगा। उन्होंने बताया कि कोरोना जांच में प्रथम 6,00,000 का आकड़ा पार करने मंे प्रदेश को जहां 04 महीने लगे वहीं अगले 6,00,000 का आकड़ा पार करने में मात्र 20 दिन लगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 14,628 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। अब तक 25,743 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि पूल टेस्ट के अन्तर्गत कुल 3009 पूल की जांच की गयी, जिसमें 2666 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 343 पूल 10-10 सैम्पल की जांच की गयी।
श्री प्रसाद ने बताया कि 1,66,957 सर्विलांस टीम द्वारा 1,21,09,557 घरों के 6,18,57,644 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है। अलर्ट जनरेट होने पर अब तक लगभग 2,56,500 लोगों को कंट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी। उन्होंने बताया कि सी0एम0 हेल्प लाइन से भी निरन्तर फोन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी कार्यालयों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों एवं अन्य ऐसे स्थान जहां लोगों की भीड़ इकट्ठा होती है, वहां पर कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। प्रदेश में अब तक 52,418 हजार कोविड हेल्प डेस्क स्थापित किये जा चुके है। उन्होंने कहा कि कोविड हेल्प डेस्क एक उपयोगी प्लेटफार्म है। इन हेल्प डेस्क के माध्यम से अब तक 21,303 लक्षणात्मक लोगों की पहचान की गयी है।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में डोर-टू-डोर सर्विलांस के विशेष अभियान का आज आखिरी दिन है। इस अभियान के तहत 02 जुलाई से 12 जुलाई तक मेरठ मण्डल के सभी जनपदों में सर्विलांस का कार्य किया गया। 05 जुलाई से 15 जुलाई तक शेष अन्य 17 मण्डलों में सर्विलांस का कार्य चल रहा है। अब तक 15,82,395 सर्विलांस टीम द्वारा 4,00,79,581 घरों में रह रहे 18,73,88,355 लोगों का सर्वेक्षण किया गया।

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